

Judiciary Exam Score Booster 270 CPC 1908
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Question 1 of 50
1. Question
1 pointsCPC 1908
परिसीमन की अवधि जिसके भीतर प्रतिवादी अपना लिखित बयान प्रस्तुत करेगा , वह सामान्यतः कितने समय के भीतर है :
Order 5 Rule 1 -
Question 2 of 50
2. Question
1 pointsCPC 1908
भारत सरकार या राज्य सरकार के विरुद्ध कोई डिक्री तब तक निष्पादित नहीं की जाएगी जब तक कि वह निम्नलिखित अवधि के लिए असंतुष्ट न हो :
Sec 82(2) -
Question 3 of 50
3. Question
1 pointsCPC 1908
कॉलम का मिलान करें1. दूसरी अपील किसी अन्य आधार पर नहीं है – ( i ) धारा 109
2. आदेश जिससे अपील निहित है – ( ii ) धारा 107
3. अपीलीय न्यायालय की शक्ति – ( iii ) धारा 104
4. सुप्रीम कोर्ट की अपील – ( iv ) धारा 101ANSWER
-
Question 4 of 50
4. Question
1 pointsCPC 1908
सीपीसी के आदेश XVIII नियम 4 ( 1 ) के तहत , गवाह की मुख्य परीक्षा दर्ज की जाएगी – -
Question 5 of 50
5. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 100 ए तहत , जहां मूल या अपीलीय डिक्री या आदेश से अपील की सुनवाई उच्च न्यायालय के एकल न्यायाधीश द्वारा सुनी और तय की जाती है – -
Question 6 of 50
6. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 21 नियम 41 ( 2 ) के तहत संपत्ति का शपथ पत्र दाखिल करने में निर्णीत ऋणी की विफलता के परिणामस्वरूप हो सकता है – -
Question 7 of 50
7. Question
1 pointsCPC 1908
अन्तराभिवाची वाद एक वाद है –
Sec 88 -
Question 8 of 50
8. Question
1 pointsCPC 1908
विदेशी निर्णय की प्रमाणित प्रति प्रस्तुत करने पर , सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 की धारा 14 के तहत न्यायालय की प्राधिकारिता के बारे में उपधारणा होगी –
Sec 14 -
Question 9 of 50
9. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय धारा 32 सिविल प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत ऐसे साक्षी को , जिसके विरुद्ध साक्ष्य देने के लिए समन निकाला गया है हाजिर होने के लिए विवश करने के प्रयोजन से – -
Question 10 of 50
10. Question
1 pointsCPC 1908
सीपीसी 1908 के तहत , सुनवाई के समापन और निर्णय की घोषणा के बीच वाद के किसी भी पक्ष की मृत्यु पर वाद –
Order 22 Rule 6 -
Question 11 of 50
11. Question
1 pointsCPC 1908
आदेश XIV नियम 1 के प्रावधानों के तहत सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 , निर्दिष्ट विवाद्यक के प्रकार हैं- -
Question 12 of 50
12. Question
1 pointsCPC 1908
सीपीसी का कौन – सा प्रावधान विधिक प्रतिनिधि के विरुद्ध एक डिक्री को लागू करने से संबंधित है – -
Question 13 of 50
13. Question
1 pointsCPC 1908
” वादपत्र में दावा किया गया कोई भी अनुतोष , जो स्पष्ट रूप से डिक्री द्वारा प्रदान नहीं किया गया है , इस धारा के प्रयोजनों के लिए , अस्वीकार कर दिया गया माना जाएगा । ” यह प्रावधान में शामिल किया गया है ” – -
Question 14 of 50
14. Question
1 pointsCPC 1908
ख की मानहानि करने वाले कथन दिल्ली में निवास करने वाला क कलकत्ते में प्रकाशित करता है । ख कहाँ पर क के विरुद्ध प्रतिकर वाद ला सकेगा ?
Sec 19 -
Question 15 of 50
15. Question
1 pointsCPC 1908
एक प्लीडर का कर्तव्य है कि वह अदालत को पक्षकारों की मृत्यु के बारे में सूचित करे – -
Question 16 of 50
16. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 के कौन – से प्रावधान आधार पर विवाद्यक संशोधित करने अथवा डिक्री पारित किए जाने से पूर्व अतिरिक्त विवाद्यक विरचित करने की शक्ति न्यायालय में निहित की गई है ? -
Question 17 of 50
17. Question
1 pointsCPC 1908
जहाँ न्यायालयों के क्षेत्राधिकार की स्थानीय सीमाएँ अनिश्चित हो , वाद प्रस्तुत करने का स्थान निम्नलिखित में से किस प्रावधान के अनुसार निर्णीत किया जाएगा ? -
Question 18 of 50
18. Question
1 pointsCPC 1908
कानूनी लिखत की संवैधानिक वैधता से संबंधित वादों का प्रावधान किया है- -
Question 19 of 50
19. Question
1 pointsCPC 1908
अपील न्यायालय की शक्तियों के संबंध में निम्नलिखित में से कौन – सा सही नहीं है ?
Sec 107 -
Question 20 of 50
20. Question
1 pointsCPC 1908
वाद के स्थान के बारे में आपत्ति-
Sec 21A -
Question 21 of 50
21. Question
1 pointsCPC 1908
एक निर्णीत ऋणी को सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 21 नियम 89 के तहत नीलामी खरीददार को खरीद राशि की % राशि का भुगतान करना होगा : -
Question 22 of 50
22. Question
1 pointsCPC 1908
निर्णय की तारीख से………………….दिनों के भीतर एक डिक्री तैयार की जानी चाहिए –
Order 20 Rule 6A -
Question 23 of 50
23. Question
1 pointsCPC 1908
सीपीसी की धारा 35 A के तहत प्रतिकात्मक खर्चे किस सीमा तक अधिरोपित किए जा सकते हैं – -
Question 24 of 50
24. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 32 नियम 9 के तहत अवयस्क के वाद – मित्र को हटाया जा सकता है- -
Question 25 of 50
25. Question
1 pointsCPC 1908
सीपीसी के कौन – से प्रावधान के तहत न्यायालय को ऐसा वाद खारिज करने का क्षेत्राधिकार है , जो कोई वाद कारण दर्शित नहीं करता हो , अथवा जहाँ महत्वपूर्ण तथ्यों को छुपाया गया हो – -
Question 26 of 50
26. Question
1 pointsCPC 1908
अवयस्क और अस्वस्थ मस्तिष्क के हितों की रक्षा के लिए विशेष रूप से कौन सा आदेश अधिनियमित किया गया है – -
Question 27 of 50
27. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से किस व्याख्या के आधार पर किसी मुकदमें का फैसला उन व्यक्तियों के विरुद्ध ‘ रेस जूडिकेटा ‘ के रूप में लागू हो सकता है जिनका नाम उस मुकदमें में विशेष रूप से शामिल न हो ? -
Question 28 of 50
28. Question
1 pointsCPC 1908
किसी ऐसे व्यक्ति पर , जिसे सी.पी.सी. की धारा 30 ( b ) के अधीन गवाही देने अथवा दस्तावेज पेश करने का निर्देश दिया गया हो , न्यायालय से अनुपस्थित रहने पर धारा 32 ( c ) के तहत जुर्माना किया जा सकता है , जो निम्नलिखित राशियों में से किससे अधिक नहीं हो सकता ? -
Question 29 of 50
29. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से किसके अधीन रिसीवर की नियुक्ति की प्रक्रिया निर्धारित की गई है ? -
Question 30 of 50
30. Question
1 pointsCPC 1908
प्रतिवादियों को वैकल्पिक सम्मन भेजने के बारे में प्रावधान निम्नलिखित में से किसके अधीन किया गया है ? -
Question 31 of 50
31. Question
1 pointsCPC 1908
अति आवश्यक अथवा तात्कालिक राहत के उन मामलों में जहाँ सी.पी.सी. की धारा 86 के अधीन मुकदमें की जाँच – पड़ताल से नोटिस दिए जाने की अनिवार्यता से छूट दी गई हो – -
Question 32 of 50
32. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय सी.पी.सी.की धारा 95 के अन्तर्गत अपर्याप्त आधारों पर गिरफ्तारी के कारण वादी के विरूद्व क्षतिपूर्ति का निर्धारण कर सकती है जो अनाधिक होगा -Sec 95(1)(b) -
Question 33 of 50
33. Question
1 pointsCPC 1908
असंयोजन और कुसंयोजन के बारे में आक्षेप कब उठाया जा सकता हैं ?
O1R13 -
Question 34 of 50
34. Question
1 pointsCPC 1908
विचारधीन प्रकरण में कितना ब्याज दिलाया जा सकता है ? Sec 51(1) -
Question 35 of 50
35. Question
1 pointsCPC 1908
सी.पी.सी के आदेश 37 के अन्तर्गत कोई वाद दाखिल किया जायेगा – -
Question 36 of 50
36. Question
1 pointsCPC 1908
पक्षकारों के द्वारा गवाहों की सूची पेश करनी चाहिये-
O16R1 -
Question 37 of 50
37. Question
1 pointsCPC 1908
अपील न्यायालय को यह शक्ति होगी – -
Question 38 of 50
38. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय फीस की कमी को पूरा करने की शक्ति दी गई है – -
Question 39 of 50
39. Question
1 pointsCPC 1908
” एक ही हित में सभी व्यक्तियों की ओर से एक व्यक्ति वाद ला सकेगा या प्रतिरक्षा कर सकेगा ” , प्रावधान अन्तर्गत है – -
Question 40 of 50
40. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत निम्नलिखित में से कौन – सा संयोजन सुमेलित नही है ? -
Question 41 of 50
41. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 114 ( पुनर्विलोकन ) को किस आदेश व नियम के साथ पढ़ा जाना चाहिये ? -
Question 42 of 50
42. Question
1 pointsCPC 1908
अपीलों के बारे में सिविल प्रक्रिया संहिता में कौनसा आदेश हैं ? -
Question 43 of 50
43. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की कौनसी धारा के अन्तर्गत धन की डिक्री के निष्पादन में स्त्रियों की गिरफ्तारी या निरोध का निषेध किया गया हैं ? -
Question 44 of 50
44. Question
1 pointsCPC 1908
जहां न्यायालय द्वारा वाद खारिज कर दिया गया है वहां वादी ( परिसीमा विधि के अधीन रहते हुए ) उसी वाद – हेतुक पर नया वाद –
O9R4 -
Question 45 of 50
45. Question
1 pointsCPC 1908
जब प्रतिवादी लिखित – कथन संस्थित या नहीं करता है तब –
O8R5(2) -
Question 46 of 50
46. Question
1 pointsCPC 1908
‘ निर्णय ‘ का अर्थ है – -
Question 47 of 50
47. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 16 के अन्तर्गत अचल सम्पति से सम्बन्धित वाद दायर किया जा सकता है एक ऐसे न्यायालय में जिसकी स्थानीय अधिकारिता के अन्तर्गत – -
Question 48 of 50
48. Question
1 pointsCPC 1908
आदेश 5 नियम 1 के अन्तर्गत प्रतिवादी को अपना लिखित कथन देना होता है – -
Question 49 of 50
49. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय किसी ऐसे व्यक्ति को जिसके नाम धारा 30 के अधीन समन निकाला गया है , हाजिर होने के लिये विवश करने के लिये – -
Question 50 of 50
50. Question
1 pointsCPC 1908
वाद के लम्बित रहने के दौरान एक प्रकरण में समनुदेशन अथवा किसी हित के न्यागमन के कारण एक पक्षकार जोड़ा अथवा प्रतिस्थापित किया गया है , ऐसे पक्षकार के सम्बन्ध में वाद संस्थित हुआ होना माना जायेगा –
आपको किसी भी प्रश्न में ऑब्जेक्शन होने पर प्रश्न का स्क्रीनशॉट लेकर App Helpdesk या legalbuzznow@gmail.com पर सबमिट कर सकते हैं
Leaderboard: Judiciary Exam Score Booster 270 CPC 1908
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
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मुख्य परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रश्न
अब प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के साथ साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी कीजिए
आपको 06/05/2022 रात्रि 12 बजे तक आंसर लिखकर नीचे दिए गए ईमेल पते पर सबमिट करने हैं
आप जो भी लिख सकते हैं, लिखने का प्रयास करें एवं आंसर सबमिट करें | केवल प्रयास कर उत्तर लिखकर सबमिट करने वाले विद्यार्थियों को ही नीचे दिए गए मुख्य परीक्षा प्रश्नों के बेस्ट हैंडरिटन उत्तर भेजे जाएंगे | |
➡️ प्रत्येक प्रश्न 10 अंक ➡️ शब्द सीमा – कम से कम 250-300 शब्दों में |
Question 1. न्यायालय द्वारा वाद पत्र कब नामंजूर कर दिया जाता है ? Hint – Order 7 Rule 11
Question 2. किन परिस्थितियों में न्यायालय पक्षकारों को व्यक्तिशः हाजिर होने का आदेश दे सकता है ? किन व्यक्तियों को व्यक्तिशः हाजिरी से छूट प्रदान की गई है ? Hint – Order 5 Rule 3 & Sec 132,133
Question 3. न्यायालय रिसीवर ( प्रापक ) की नियुक्ति कब करता है ? रिसीवर की क्या शक्तियाँ है ? क्या कलेक्टर रिसीवर नियुक्त किया जा सकेगा ? Hint – Sec 94 + Order 40
Optional Practice TASK
🗣 उपरोक्त प्रश्नों के साथ आप नियमित रूप से निर्णय लेखन का अभ्यास भी कर सकते हैं –
[ Word Limit 250-300 ]
Question 4. Write A Judgement
राज्य की ओर से सहायक लोक अभियोजक द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता , 1860 की धारा 279 एवं 337 के अन्तर्गत एक आरोप पत्र दिनाँक 17-6-2011 को इस आशय का पेश किया गया कि दिनाँक 19-4-2011 को परिवादी सुरेन्द्रकुमार शर्मा , निवासी श्रीराम कॉलोनी , अलवर ने एक प्रथम सूचना रिपोर्ट पुलिस थाना अलवर में इस आशय की दर्ज कराई कि वह दिनाँक 19-4 2011 को अपने निवास स्थान से विद्या विहार कॉलोनी के विद्यालय में जा रहा था , तभी प्रातः के लगभग 8.30 बजे हनुमान चौक के पास सामने से एक कार तेज रफ्तार एवं लापरवाही से आई और उसने उसे टक्कर मार दी जिससे उसके शरीर पर काफी चोटें आई । परिवादी सड़क के बाईं तरफ चल रहा था । कार ने गलत साईड में आकर परिवादी को टक्कर मार दी ।
परिवादी ने पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई । इस पर मु ० न ० 111/2011 दर्ज कर अन्वेषण प्रारम्भ किया गया । अन्वेषण के दौरान पता चला कि वाहन का नम्बर आर ० जे ० 5 सी 3018 था तथा उसे रामप्रसाद अभियुक्त चला रहा था । वाहन तेज रफ्तार एवं उतावलेपन से चलाया जा रहा था । नक्शा मौका बनाया गया । अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया वाहन को अभिरक्षा में लिया गया । उसका मैकेनिक मुआयना कराया गया । अन्वेषण से अभियुक्त के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 279 एवं धारा 337 का मामला बनना पाये जाने से आरोप पत्र पेश किया गया ।
समुचित तथ्यों का उल्लेख करते हुए उक्त आवेदन पर एक निर्णय लिखिए
🔮 इन प्रश्नों के उत्तर कॉपी में लिखने के पश्चात आप हमें अपने उत्तर का फोटो खींचकर या PDF बनाकर नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें
legalbuzznow@gmail.com |
👨💼👩💼 हमारे विशेषज्ञ आपके दिए गए उत्तरो की जांच करेंगे एवं आपको अंक एवं व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करेंगे
निर्देश –
➡️ Legal Buzz एप्लीकेशन एक अभ्यास पोर्टल है न की Content Provider, जो आपको मुख्य परीक्षा की तैयारी की दृष्टि से छोटे-छोटे नियमित Task प्रदान करता है, हम किसी भी प्रश्न का उत्तर पहले आपको नहीं बताएंगे, आपको जो आता है उसका उत्तर लिखने की कोशिश करें, एवं सबमिट करें हमारे विशेषज्ञ आपके उत्तर की जांच करेंगे और यदि वह उत्तर से संतुष्ट नहीं होते हैं तो सही उत्तर आपको भेजेंगे |
➡️ कृपया किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए पहले अनुरोध ना करें केवल प्रयास कर उत्तर लिखकर सबमिट करने वाले विद्यार्थियों को ही मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है |
➡️ यदि आपको इन प्रश्नों के उत्तर नहीं आते हैं तो कृपया पाठ्य पुस्तकों या इंटरनेट की सहायता लें एवं उन्हें पढ़े तत्पश्चात लिखने का प्रयास करें बार-बार अभ्यास करना सफलता की कुंजी है |
[ OUR LAW EXPERT ]
- Gopal Sharma Associate Professor NLU JODHPUR
- Ms. Vinita Hada Assistant Professor
- Prof. Balraj Chauhan Dharmashastra National Law University (DNLU) at Jabalpur