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Judiciary Exam Score Booster 166 150 Question 60 Minute Challenge
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TOTAL TEST DURATION-60 MINUTE
TOTAL MARKS-150
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- Question 1 of 150
1. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता में विधि विरुद्ध जमाव को परिभाषित किया गया है - Question 2 of 150
2. Question
1 pointsIPC 1860
‘ अ ‘ ने ‘ ब ‘ पर साशय पिस्तौल से गोली चलाई , किन्तु वह ‘ स ‘ को लगी , जिससे ‘ स ‘ की मृत्यु हो गयी , ‘ अ ‘ ने कौनसा , अपराध किया ? - Question 3 of 150
3. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा के अन्तर्गत उद्दापन शब्द को परिभाषित किया गया है ? - Question 4 of 150
4. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता के अन्तर्गत डकैती में घातक आयुध उपयोग करने पर न्यूनतम कितना कारावास निहित है ?
Sec 398 - Question 5 of 150
5. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा में क्रूरता की परिभाषा दी गयी है ? - Question 6 of 150
6. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की कौनसी धारा असंवैधानिक है ? - Question 7 of 150
7. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता में कौनसी धारा अनैच्छिक मत्तता के आधार पर प्रतिरक्षा से सम्बन्धित है ? - Question 8 of 150
8. Question
1 pointsIPC 1860
किस वाद में उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि अब परोक्ष कृपा मृत्यु को माना जाये ? - Question 9 of 150
9. Question
1 pointsIPC 1860
अ को ब राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिलता है , उसे पिस्तौल दिखाकर उसका पर्स माँगता है . परिणामस्वरूप वह अपना पर्स उसे दे देता है , निम्नलिखित में से कौनसा अपराध अ ने किया ?
Sec 390 - Question 10 of 150
10. Question
1 pointsIPC 1860
निम्न में से किस उम्र तक की लड़की का भारत में बाहर के किसी देश से आयात करना 10 वर्ष तक के कारावास से दण्डनीय है ? - Question 11 of 150
11. Question
1 pointsIPC 1860
शरीर की प्राइवेट प्रतिरक्षा का अधिकार मृत्यु कारित करने तक जाता है , यदि
Sec 100 - Question 12 of 150
12. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा में दुकान से एक कम्प्यूटर की चोरी करना दण्डनीय है ? - Question 13 of 150
13. Question
1 pointsIPC 1860
किस वाद में न्यायालय ने सामान्य आशय व समान आशय के अन्तर को स्पष्ट किया ? - Question 14 of 150
14. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की धारा 351 के अन्तर्गत हमला कारित किया जा सकता - Question 15 of 150
15. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा के अन्तर्गत सम्पत्ति की रक्षा का अधिकार का विस्तार मृत्यु कारित करने तक है ? - Question 16 of 150
16. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय समाज से मृत्युदण्ड को नहीं हटाया जा सकता . उम्रकैद एक नियम है और मृत्युदण्ड एक अपवाद अतः उच्चतम न्यायालय ने किस मामले में निर्णय दिया कि मृत्युदण्ड विरलों से विरलतम मामलों में ही दिया जा सकता है ? - Question 17 of 150
17. Question
1 pointsIPC 1860
निम्न में से कौनसा वाद विकृतचित्तता के आधार पर बचाव सम्बन्धी सिद्धान्त को प्रतिपादित करता है ?
Sec 84 - Question 18 of 150
18. Question
1 pointsIPC 1860
निम्नलिखित में से किस अपराध में दुराशय आवश्यक तत्व नहीं है ? - Question 19 of 150
19. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता की धारा 73 एकान्त परिरोध की अधिकतम सीमा निर्धारित करती है – - Question 20 of 150
20. Question
1 pointsIPC 1860
अ यह विश्वास कराने के आशय से कि ज ने ब की घड़ी अवश्य चुराई है , कहता है कि ज एक ईमानदार व्यक्ति है उसने ब की घड़ी नहीं चुराई . अ कारित है –
Sec 499 - Question 21 of 150
21. Question
1 pointsIPC 1860
कथन ( a ) : एक मनुष्य द्वारा दूसरे मनुष्य की मृत्यु कारित करना मानव वध है |
कथन ( r ) : मानव वध सदैव विधि विरुद्ध होता है ।
नीचे दिए कूट की सहायता से सही उत्तर दीजिए कूट –
Sec 299 - Question 22 of 150
22. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता , 1860 में निम्न में से कौन – सा अनवरत ( लगातार ) प्रकृति का अपराध है ?
Sec 362 - Question 23 of 150
23. Question
1 pointsIPC 1860
‘ A ‘ एक पुलिस अफसर ‘ Z ‘ को यह संस्वीकृति करने के लिए कि उसने अपराध किया है , यातना देता है । ‘ A ‘ किस धारा के अधीन दोषी है ? - Question 24 of 150
24. Question
1 pointsIPC 1860
‘ अ ‘ एक बक्से को तोड़कर कुछ आभूषण चुराने का प्रयास करता है और बाक्स खोलने के बाद पाता है कि उसमें कोई आभूषण नहीं है । भा . द . सं . के तहत ‘ अ ‘ ने कारित किया है –
Sec 511 - Question 25 of 150
25. Question
1 pointsIPC 1860
किसी मानसिक विकार से पीड़ित व्यक्ति को –
Sec 84 - Question 26 of 150
26. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता में ” अवैध ‘ शब्द निम्नांकित में से किस पर लागू होता है ?
Sec 43 - Question 27 of 150
27. Question
1 pointsIPC 1860
‘मेकनॉटन का नियम’ सम्बन्धित है - Question 28 of 150
28. Question
1 pointsIPC 1860
निम्नलिखित में से कौन – सा प्रावधान “वालेन्टी नॉन फिट इंजूरिया” के नियम पर आधारित है – - Question 29 of 150
29. Question
1 pointsIPC 1860
भारतीय दण्ड संहिता के किस प्रावधान के अन्तर्गत समुचित सरकार आजीवन कारावास की सजा को लघुकृत कर सकेगी ? - Question 30 of 150
30. Question
1 pointsIPC 1860
A बलात्संग के अपराध का अभियुक्त है । क्या प्रतिरक्षा विधि अनुसार अनुज्ञेय है – - Question 31 of 150
31. Question
1 pointsCRPC 1973
इनमें से कौन अध्याय 9 दण्ड प्रक्रिया संहिता के तहत भरण – पोषण पाने का हकदार नहीं है ?
Sec 125 (1) - Question 32 of 150
32. Question
1 pointsCRPC 1973
धारा 438 एंव 439 दण्ड प्रक्रिया संहिता के प्रावधानों में से एक समान बात यह है कि – - Question 33 of 150
33. Question
1 pointsCRPC 1973
निम्नलिखित में से कौन – सी प्रक्रिया न्यायिक प्रक्रिया है ?
Sec 2 (झ) - Question 34 of 150
34. Question
1 pointsCRPC 1973
धारा 446 दं . प्र . सं . के अन्तर्गत जमानतदार से पेनाल्टी की राशि वसूल न किए जाने की स्थिति में न्यायालय के द्वारा उसे दिए जा सकने वाला कारावास - Question 35 of 150
35. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता के किस प्रावधान के अन्तर्गत न्यायालय साक्षी की भाव भंगिमा अभिलिखित कर सकते हैं ? - Question 36 of 150
36. Question
1 pointsCRPC 1973
भा . द . वि . की धारा 376 से 376 – डी के अधीन किसी अपराध से सम्बन्धित जाँच या विचारण यथासंभव निम्न तिथि से दो माह के भीतर पूरी की जाएगी –
Sec 309(1) - Question 37 of 150
37. Question
1 pointsCRPC 1973
एक आवेदन अंतर्गत धारा 257 दण्ड प्रक्रिया संहिता प्रस्तुत हुआ जो कि स्वीकृत किया गया तब अभियुक्त को - Question 38 of 150
38. Question
1 pointsCRPC 1973
किसी अपराध का अन्वेषण किया जाता है –
Sec 2(ज) - Question 39 of 150
39. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत जब जाँच अथवा विचारण भारतीय दण्ड संहिता की धारा 376 से 376घ के अधीन अपराध से सम्बन्धित है तो जाँच अथवा विचारण यथासम्भव अभियोग पत्र प्रस्तुत करने के दिनांक से किस अवधि के अन्दर पूरा किया जाएगा ?
Sec 309(1) - Question 40 of 150
40. Question
1 pointsCRPC 1973
अनुसंधान अधिकारी किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी 24 घण्टे के अन्दर निकटतम न्यायिक अधिकारी के पास अभियुक्त सहित उस मामले से सम्बन्धित प्रविष्टियों की एक प्रति भेज देगा । यदि अनुसंधान –
Sec 167(1) - Question 41 of 150
41. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की किस धारा के अधीन न्यायालय को किसी भी व्यक्ति को साक्षी के रूप में समन करने का विवेकाधिकार है ? - Question 42 of 150
42. Question
1 pointsCRPC 1973
राज्य सरकार अधिसूचना द्वारा राज्य के किसी ऐसे क्षेत्र को आपराधिक प्रक्रिया संहिता के प्रयोजनों के लिए महानगर क्षेत्र घोषित कर सकती है , जिसकी जनसंख्या………..अधिक हो –
Sec 8(1) - Question 43 of 150
43. Question
1 pointsCRPC 1973
क एक साक्षी का परीक्षण अभियोजन साक्षी के रूप में कराया जाता है । बाद में अभियुक्त उसे प्रतिरक्षा साक्षी के रूप में प्रस्तुत करना चाहता है और उसे आहत कराने हेतु एक आवेदन प्रस्तुत करता है । विचारण न्यायालय – - Question 44 of 150
44. Question
1 pointsCRPC 1973
समन मामले में जहाँ न्यायालय ने अभियुक्त को व्यक्तिगत उपस्थिति से अभिमुक्ति दी है , अभियुक्त के परीक्षण के समय , न्यायालय –
Sec 313(1) परंतुक - Question 45 of 150
45. Question
1 pointsCRPC 1973
संहिता की धारा 167 ( 2 ) के परन्तुक के अन्तर्गत प्रतिभूति के सम्बन्ध में निम्नलिखित में से कौन – सा कथन सही है ? - Question 46 of 150
46. Question
1 pointsCRPC 1973
कोई प्राइवेट व्यक्ति बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकता है –
Sec 43(1) परंतुक - Question 47 of 150
47. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की निम्न धाराओं में से कौन – सी धारा किसी पुरुष पुलिस अधिकारी को महिला की गिरफ्तारी के समय उसके शरीर को छूने से मना करती है ? - Question 48 of 150
48. Question
1 pointsCRPC 1973
न्यायिक कार्यवाही के किसी प्रक्रम में बैठे लोक सेवक का साशय अपमान या उसके कार्य में विघ्न डालने का अपराध का विचारण किया जाएगा –
(प्रथम अनुसूची) - Question 49 of 150
49. Question
1 pointsCRPC 1973
गिरफ्तारी करने वाला प्रत्येक पुलिस अधिकारी या अन्य व्यक्ति ऐसी गिरफ्तारी और उस स्थान के बारे में जहाँ गिरफ्तार किया गया व्यक्ति रखा जा रहा है , जानकारी उनके मित्रों , नातेदारों या ऐसे अन्य व्यक्ति को , जो गिरफ्तार किए गए व्यक्ति द्वारा ऐसी जानकारी देने के प्रयोजन के लिए प्रकट या नामनिर्दिष्ट किया जाए , कब देगा ?
Sec 50 क (1) - Question 50 of 150
50. Question
1 pointsCRPC 1973
यदि गिरफ्तार व्यक्ति को पहचान करने वाला व्यक्ति मानसिक तथा शारीरिक रूप से निःशक्त है तो द . प्र . सं . के तहत पहचान की कार्यवाही किसके सुपरविजन में होगी ?
Sec 54 a - Question 51 of 150
51. Question
1 pointsCRPC 1973
” पीड़ित ” में सम्मिलित है –
Sec 2 (wa) - Question 52 of 150
52. Question
1 pointsCRPC 1973
मजिस्ट्रेट के दोषमुक्ति के निर्णय के विरुद्ध अपील होगी
Sec 378(1)(a) - Question 53 of 150
53. Question
1 pointsCRPC 1973
धारा 138 परक्राम्य लिखत अधिनियम के अन्तर्गत अपराध के सम्बन्ध में न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी द्वारा पारित दोषमुक्ति के आदेश के विरुद्ध अपील होगी
Sec 378(1)(a) - Question 54 of 150
54. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 386 के अन्तर्गत अपील न्यायालय अपील के अन्तर्गत क्या नहीं कर सकता है ?
Sec 386 - Question 55 of 150
55. Question
1 pointsCRPC 1973
एक अपील न्यायालय को अपील का निस्तारण करते समय दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 के अधीन निम्न में से कौन – सा कार्य करने की शक्ति नहीं है ?
Sec 386 - Question 56 of 150
56. Question
1 pointsCRPC 1973
दोषसिद्धि के बाद धारा 389 ( 3 ) दण्ड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत विचारण न्यायालय अभियुक्त को कब जमानत पर छोड़ सकता है ?
Sec 389(3) - Question 57 of 150
57. Question
1 pointsCRPC 1973
साक्षी द्वारा प्रश्न का उत्तर देने से इन्कार करने पर अथवा माँगे जाने पर दस्तावेज प्रस्तुत करने से इन्कार करने पर उसे कारावास के दण्ड से दण्डित किया जा सकता है , जिसकी अवधि होगी –
Sec 349 - Question 58 of 150
58. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की निम्न धाराओं में से कोन – सी धारा में निर्णय की भाषा एवं विषय – वस्तु का उपबंध किया गया है ? - Question 59 of 150
59. Question
1 pointsCRPC 1973
सह – अपराधी को दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 306 के अन्तर्गत क्षमादान कब दिया जा सकता है ? - Question 60 of 150
60. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 354 ( 5 ) के अन्तर्गत जब किसी व्यक्ति को मृत्युदण्ड दिया जाता है , वह दण्डादेश निर्देश देगा कि - Question 61 of 150
61. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के किस प्रावधान के अन्तर्गत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के परीक्षक की राय एक सुसंगत तथ्य है ? - Question 62 of 150
62. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
किसी वाद में एक पक्षकार द्वारा अभिकथित और प्रतिपक्षी द्वारा अस्वीकृत तथ्यों को कहा जाता है –
sec 3 - Question 63 of 150
63. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
कूट की सहायता से उत्तर दीजिए –
हस्तलेखन को सिद्ध किया जा सकता है
1 . लेखक के साक्ष्य द्वारा
2 . विशेषज्ञ के मत द्वारा
3. हस्तलेख से परिचित व्यक्ति के साक्ष्य द्वारा
साक्ष्य अधिनियम की धारा 73 के अन्तर्गत न्यायालय द्वारा-
Sec 47 - Question 64 of 150
64. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
” अन्वेषण अधिकारी द्वारा साक्षी के परीक्षण में विलम्ब अपने आप में अभियोजन के वृत्तान्त को संदेहास्पद नहीं बनाता है । अन्वेषण अधिकारी से विलम्ब से परीक्षण के बारे में प्रश्न किया जाना चाहिए । ” यह निम्नलिखित किस वाद में अभिनिर्धारित किया गया ? - Question 65 of 150
65. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
जब न्यायालय को किसी व्यक्ति के इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर के बारे में राय बनानी हो , तब प्रमाणीकर्ता अधिकारी की राय जिसने इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर जारी किए है –
Sec 47 a - Question 66 of 150
66. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अनुसार जिस तथ्य की न्यायालय न्यायिक अवेक्षा करेगा –
Sec 56 - Question 67 of 150
67. Question
1 pointsएक पत्नी ने मात्र तेज भागता हुआ वाहन देखा था , जिसने कुछ दूरी पर उसके पति को कुचल दिया । उसने दुर्घटना स्वयं नहीं देखी थी । पति की एक दिन बाद हृदयाघात से मृत्यु हो गई । क्या पत्नी का यह साक्ष्य लिया जा सकता है कि दुर्घटना के उपरान्त घायल पति ने उससे क्या कहा था ?
(आर बनाम फ़ोस्टर) - Question 68 of 150
68. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
साक्ष्य अधिनियम के तहत इनमें से किन तथ्यों को सिद्ध किया जाना आवश्यक नहीं है ?
Sec 57 - Question 69 of 150
69. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम में प्रयुक्त न्यायालय ‘ शब्द से तात्पर्य है –
Sec 3 - Question 70 of 150
70. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
साक्ष्य अधिनियम के अन्तर्गत न्यायालय किन तथ्यों की न्यायिक अवेक्षा नहीं कर सकता –
Sec 57 - Question 71 of 150
71. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
‘ ए ‘ एवं ‘ बी ‘ का संयुक्त विचारण ‘ सी ‘ की हत्या कर देने हेतु होता है । यह सिद्ध किया जाता है कि ‘ ए ‘ ने कथन किया कि ‘ बी ‘ तथा मैंने मिलकर सी की हत्या की । उपरोक्त सिद्ध की गई संस्वीकति के प्रभाव पर न्यायालय के द्वारा विचार किया जा सकता है –
Sec 30 - Question 72 of 150
72. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित में से कोन – सा कथन सही नहीं है ?
Sec 59 - Question 73 of 150
73. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अधीन मौखिक साक्ष्य के बारे में कौन – सा कथन सही नहीं है । मोखिक साक्ष्य प्रत्यक्ष होना चाहिए अर्थात यदि वह निर्दिष्ट करता हो –
Sec 60 - Question 74 of 150
74. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 में उस विषय से संबंधित प्रश्न जो कि वाद या कार्यवाहियों में सुसंगत नहीं है , पूछे जा सकते हैं – - Question 75 of 150
75. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित अनुश्रुति के नियम का अपवाद नहीं है-
Sec 60 - Question 76 of 150
76. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्न में से कौन – सा प्राथमिक साक्ष्य है ?
Sec 62 - Question 77 of 150
77. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अन्तर्गत समाचार – पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट है –
Sec 62,63 - Question 78 of 150
78. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भा . सा . अ . की धारा 129 यह कहती है कि कोई भी व्यक्ति किसी गोपनीय संसूचना को प्रकट करने के लिए विवश नहीं किया जाएगा , जो . . . . . . . . . . . के मध्य हुई है – - Question 79 of 150
79. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की किस धारा के अनुसार एक दस्तावेज की अंतर्वस्तु का द्वितीयक साक्ष्य दिया जा सकेगा , जबकि मूल इस प्रकृति का है कि उसे आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता ? - Question 80 of 150
80. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित में से किस परिस्थिति में दस्तावेज के संबंध में द्वितीयक साक्ष्य नहीं दिया जा सकेगा ?
Sec 65 - Question 81 of 150
81. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अधीन सुसंगत तथ्य –
Sec 3 - Question 82 of 150
82. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
राम को बिना टिकट रेल यात्रा करने के लिए आरोपित किया जाता है । साक्ष्य अधिनियम के अन्तर्गत यह प्रमाणित करने का भार कि राम के पास टिकट था , किस पर है ?
Sec 106 - Question 83 of 150
83. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की धारा 107 किस संबंध में उपधारणा का प्रावधान करती है ? - Question 84 of 150
84. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की धारा 112 में प्रावधान है – - Question 85 of 150
85. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
विवाह विच्छेद के बाद माता एक बच्चे को जन्म देती है , लेकिन उस समय तक माता अविवाहित रहती है । साक्ष्य अधिनियम की धारा 112 के अन्तर्गत संतान का पुरुष का धर्मज पुत्र होने का निश्चयात्मक सबूत माने जाने के लिए बच्चे का विवाह विच्छेद के बाद कितने दिनों में जन्म ले लिया जाना आवश्यक है ? - Question 86 of 150
86. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
विवाहित स्थिति के दौरान में जन्म होना धर्मजस्व का निश्चयात्मक सबूत ( Conclusive Proof ) है । यह उपधारणा निम्न शतें / शर्तों के अधीन सही है
( i ) बच्चे का जन्म विधिमान्य विवाह के कायम रहते हुए हुआ हो
( ii ) यदि विवाह का विघटन हो गया था तो विघटन के 280 वें दिन के अन्दर हुआ हो और इस बीच बच्चे की माँ ‘ अविवाहित ‘ रही हो
( iii ) विवाह के पक्षकारों की परस्पर पहुंच ऐसे किसी समय में अवश्य रही हो जब बच्चे का गर्भधारण ( Conception ) किया जा सकता था ।
उपर्युक्त में से – - Question 87 of 150
87. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
किसी विवाहित स्त्री द्वारा आत्महत्या करने पर न्यायालय भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 113 – क के अधीन यह उपधारणा करेगा कि ऐसी आत्महत्या को उसके पति ने दुष्प्रेरित किया है , यदि –
1 . पत्नी ने आत्महत्या विवाह के सात वर्षों के भीतर की है
2 . पत्नी पर अत्याचार किया गया था
3 . पत्नी अशिक्षित और निर्धन परिवार से थी पत्नी को पति ने त्याग दिया था
नीचे दिए गएकूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए
कूट – - Question 88 of 150
88. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
ऐसा प्रश्न जो उत्तर इंगित करता है , उसे कहते हैं-
Sec 141 - Question 89 of 150
89. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की किस धारा के अनुसार न्यायालय ऐसे प्रश्न का निषेध करेगा , जो उसे प्रतीत होता है , वह अपमानित या क्षुब्ध करने के लिए आशयित है या जो यद्यपि स्वयं से उचित है , तथापि रूप में न्यायालय को ऐसा प्रतीत होता है कि वह अनावश्यक तौर पर संतापकारी है ? - Question 90 of 150
90. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
प्राथमिक साक्ष्य से अभिप्रेत है –
Sec 62 - Question 91 of 150
91. Question
1 pointsCPC 1908
व्यवहार प्रक्रिया संहिता की धारा 11 के अन्तर्गत प्राङ्न्याय का सिद्धान्त निम्न विधिक सूत्र पर आधारित है- - Question 92 of 150
92. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता के निम्नांकित में से किस उपबन्ध में ” अन्त : कालीन लाभ ” को परिभाषित किया गया है ? - Question 93 of 150
93. Question
1 pointsCPC 1908
प्राङ्न्याय का नियम आधारित है इस सिद्धान्त पर कि – - Question 94 of 150
94. Question
1 pointsCPC 1908
प्राङ्गन्याय प्रवर्तित होता है –
Sec 11 - Question 95 of 150
95. Question
1 pointsCPC 1908
धारा 11 में वर्णित रेस ज्युडिकेटा का सिद्धान्त इस सूत्र पर आधारित है – - Question 96 of 150
96. Question
1 pointsCPC 1908
सह – प्रतिवादीगणों के मध्य प्राङ्न्याय के नियम को लागू करने के लिए निम्नलिखित में से कौन – सी शर्त का पालन होना चाहिए ?
Sec 11 - Question 97 of 150
97. Question
1 pointsCPC 1908
दीवानी प्रक्रिया संहिता , 1908 के अधीन एक अपील दायर की जा सकती है –
O41R1 - Question 98 of 150
98. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की किस धारा में कोर्ट की धन सम्बन्धी अधिकारिता का प्रावधान किया गया है ? - Question 99 of 150
99. Question
1 pointsCPC 1908
व्यवहार प्रक्रिया संहिता के निम्न में से किस प्रावधान में आन्वयिक प्राङ्याय की व्याख्या की गई है ? - Question 100 of 150
100. Question
1 pointsCPC 1908
आन्वयिक प्राङ्न्याय के सिद्धान्त की व्याख्या उच्चतम न्यायालय द्वारा निम्नलिखित वाद में की गई है – - Question 101 of 150
101. Question
1 pointsCPC 1908
अन्तराभिवचनीय वाद से अभिप्राय है –
Sec 88 - Question 102 of 150
102. Question
1 pointsCPC 1908
केवियट दायर करने के दिनांक के कितने दिन पश्चात् प्रवृत्त नहीं रहेगा ?
Sec 148a(5) - Question 103 of 150
103. Question
1 pointsCPC 1908
वाद पत्र में दावा किया गया कोई अनुतोष जो डिक्री द्वारा अभिव्यक्त रूप से नहीं दिया गया है , सिविल प्रक्रिया संहिता की इस धारा के प्रयोजनों के लिए नामंजूर कर दिया गया समझा जाएगा । यह प्रावधान निहित है – - Question 104 of 150
104. Question
1 pointsCPC 1908
क्या कोई विवाद्यक , जो सीमित अधिकारिता वाले किसी सक्षम न्यायालय द्वारा सुना गया है और अन्तिम रूप से विनिश्चित किया जा चुका है , किसी पश्चात्वर्ती वाद , जिसका विचारण करने के लिए पूर्वोक्त न्यायालय सक्षम नहीं था , पूर्व न्याय के रूप में प्रवृत्त होगा ?
Sec 11 स्पष्टीकरण 8 - Question 105 of 150
105. Question
1 pointsCPC 1908
संक्षिप्त प्रक्रिया संबंधी प्रावधान किस आदेश के तहत है ? - Question 106 of 150
106. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की कौन – सी धारा विधान मण्डल के सदस्यों को सिविल प्रक्रिया के अधीन गिरफ्तारी या निरोध से मुक्त करती है ? - Question 107 of 150
107. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कौन – सा वाद प्राङ्याय से सम्बन्धित है ? - Question 108 of 150
108. Question
1 pointsCPC 1908
एक विदेशी न्यायालय के निर्णय को सी.पी.सी. की धारा 13 के अन्तर्गत चुनौती दी जा सकती है –
Sec 13 - Question 109 of 150
109. Question
1 pointsCPC 1908
दी.प्र.सं. की निम्नलिखित में से कौन – सी धारा कतिपय स्त्रियों को न्यायालय में स्वीय उपसंजाति से छूट प्रावधानित करती है ? - Question 110 of 150
110. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 13 के अधीन निम्न में से कौन – सा निर्णय निश्चायक नहीं होगा ? - Question 111 of 150
111. Question
1 pointsCPC 1908
प्रश्नमालाओं पर आपत्ति केवल तभी की जा सकती है , जब वे मामले में –
O 11 R 6 7 - Question 112 of 150
112. Question
1 pointsCPC 1908
दीवानी प्रक्रिया संहिता में अदालत से बाहर विवादों के निबटारे का उपबन्ध किया गया है – - Question 113 of 150
113. Question
1 pointsCPC 1908
प्रतिस्थापित तामील अन्तर्गत की जाती है – - Question 114 of 150
114. Question
1 pointsCPC 1908
दस्तावेजों को पेश किया जाना , परिबद्ध किया जाना और लौटाए जाने से संबंधित सिविल प्रक्रिया संहिता का कौन सा प्रावधान ( आदेश ) है । - Question 115 of 150
115. Question
1 pointsCPC 1908
संहिता की किस धारा में अनुपूरक कार्यवाहियों का प्रावधान किया गया है ? - Question 116 of 150
116. Question
1 pointsCPC 1908
अन्य पक्षकार के साक्षी की प्रतिपरीक्षा के लिए या किसी साक्षी की स्मृति ताजा करने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सकेंगे
O 13 Rule 1 - Question 117 of 150
117. Question
1 pointsCPC 1908
साक्षी के प्रति परीक्षण के लिए या उसकी याददाश्त ताजा करने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सकते हैं –
O 13 R 1(3) - Question 118 of 150
118. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय वाद की प्रथम सुनवाई पर –
O 14 R 1 - Question 119 of 150
119. Question
1 pointsCPC 1908
वाद पदों की रचना करना –
O 14 R 1 to 5 - Question 120 of 150
120. Question
1 pointsCPC 1908
एक वाद में स्वत्व , आधिपत्य , क्षेत्राधिकार , वाद मूल्यांकन एवं न्यायालय शुल्क सम्बन्धी वाद पद बनाए जाते हैं । इनमें से पहले किन वाद – पदों का या किस वाद – पद का विचारण अथवा निस्तारण किया जाना चाहिए
O 14 R 1 to 5 - Question 121 of 150
121. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में पूर्वनिर्णय के सिद्धान्त का उल्लेख मिलता है ? - Question 122 of 150
122. Question
1 pointsCONSTITUTION
प्रधानमंत्री अपने पद पर राष्ट्रपति के प्रसादपर्यन्त बना रहता है , ऐसा कहा जाता है , परन्तु वास्तव में वह अपने पद पर तब तक बना रहता है , जब तक उसे –
Art 75 - Question 123 of 150
123. Question
1 pointsCONSTITUTION
राज्यसभा –
Art 83(1) - Question 124 of 150
124. Question
1 pointsCONSTITUTION
संसद के किसी सदन की एक बैठक करने के लिए आवश्यक सदस्यों की संख्या क्या है ?
Art 100(3) - Question 125 of 150
125. Question
1 pointsCONSTITUTION
लोकसभा के दो सत्रों के अन्तराल को – - Question 126 of 150
126. Question
1 pointsCONSTITUTION
गतिरोध की स्थिति में कौन – सा विधेयक उसको पारित किए जाने के संबंध में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का उपबन्ध करता है ?
Art 108 - Question 127 of 150
127. Question
1 pointsCONSTITUTION
लोकसभा द्वारा धन विधेयक के पारित होने के बाद , यदि राज्यसभा द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने पर उसे कितने दिनांक बाद पारित हुआ मान लिया जाएगा
Art 109(5) - Question 128 of 150
128. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्नलिखित में से किस प्रकरण में से सर्वोच्च न्यायालय ने यह अभिनिर्धारित किया है कि पॉलीग्राफ परीक्षण तथा ब्रेन इलेक्ट्रिकल एक्टीवेशन प्रोफाइल परीक्षण के अनैच्छिक ग्रहण के माध्यम से प्राप्त परिणाम संविधान के अनुच्छेद 20 ( 3 ) का उल्लंघन करते हैं ? - Question 129 of 150
129. Question
1 pointsCONSTITUTION
‘ पूर्ण विश्वास और क्रेडिट ‘ का सिद्धान्त भारतीय संविधान के अनुच्छेद ….. में निहित है – - Question 130 of 150
130. Question
1 pointsCONSTITUTION
त्वरित विचारण का अधिकार है –
(हुस्न आरा खातून बनाम गृह सचिव बिहार राज्य) - Question 131 of 150
131. Question
1 pointsTP ACT 1882
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम , 1882 की धारा 49 के अन्तर्गत अन्तरिती बीमा लाभ को निम्न में से किस क्षति के विरुद्ध प्राप्त करने का अधिकारी है ? - Question 132 of 150
132. Question
1 pointsTP ACT 1882
धारा 51 सम्पत्ति अंतरण अधिनियम , 1882 के अर्थ में अंतरिती - Question 133 of 150
133. Question
1 pointsTP ACT 1882
” विचाराधीन वाद ” का सिद्धान्त सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम की किस धारा में परिभाषित है ? - Question 134 of 150
134. Question
1 pointsTP ACT 1882
सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम की धारा 11 तब ही लागू होगी , जब सम्पत्ति में अन्तरित हित – - Question 135 of 150
135. Question
1 pointsTP ACT 1882
‘ क ‘ जो हिन्दू है और अपने पिता ‘ ख ‘ से पृथक हो गया है , तीन खेत ‘ क्ष ‘ ,’ त्र ‘और ‘ ज्ञ ‘ यह व्यपदेश करते हुए ‘ ग ‘ को बेच देता है कि ‘ क ‘ उन्हें अन्तरित करने के लिए प्राधिकृत है । इन खेतों में से ‘ ज्ञ ‘ खेत ‘ क ‘ का नहीं है , क्योंकि विभाजन के समय ‘ ख ‘ ने इसे अपने लिए प्रतिघृत कर लिया था , किन्तु ‘ ख ‘ के मरने पर वारिस के रूप में ‘ ज्ञ ‘ को ‘ क ‘ प्राप्त कर लेता है । क्या ?
Sec 43 - Question 136 of 150
136. Question
1 pointsTP ACT 1882
‘ क ‘ अपने भवन को ‘ ख ‘ के पक्ष में इस प्रावधान के साथ आत्यंतिक रूप से अन्तरित करता है कि वह एक नियत दिनांक को बन्धक धन अदा कर देगा और करार के अनुसार बंधक धन की पुनअंदायगी पर बन्धकदार उसे बंधककर्ता के प्रति अंतरित कर देगा । यह संव्यवहार कहा जाएगा ?
Sec 58 - Question 137 of 150
137. Question
1 pointsTP ACT 1882
जहाँ कि कोई व्यक्ति निम्नलिखित नगरों अर्थात् कलकत्ता , मद्रास और मुम्बई नगरों में से किसी में और किसी भी अन्य नगर में , जिसे सम्पृक्त राज्य सरकार शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा इस निमित्त विनिर्दिष्ट करे , किसी लेनदार को या उसके अभिकर्ता को स्थावर सम्पत्ति के हक के दस्तावेजों को उस सम्पत्ति पर प्रतिभूति सष्ट करने के आशय से परिदत्त करता है , वहाँ वह संव्यवहार कहलाता है – - Question 138 of 150
138. Question
1 pointsTP ACT 1882
‘ अ ‘ एक फार्म ‘ ब ‘ को पट्टे पर इस शर्त पर देता है कि वह एक घंटे में एक सौ मील चलेगा । सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम की किस धारा के अंतर्गत यह शून्य है ? - Question 139 of 150
139. Question
1 pointsTP ACT 1882
हक विलेखों के निक्षेप द्वारा बन्धक को कहा जाता है
Sec 58 - Question 140 of 150
140. Question
1 pointsTP ACT 1882
निम्नलिखित महत्वपूर्ण वाद किस विषय से संबंधित है ?
1 . गोपाल बनाम पुरुषोत्तम
2 . सेण्टले बनाम वाइल्ड
3 . केदारलाल बनाम हरीलाल
4 . अली हुसैन बनाम नीला कुंदन
सही उत्तर चुनिए –
Sec 58 - Question 141 of 150
141. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
भारतीय संविदा अधिनियम , 1872 का विस्तार – - Question 142 of 150
142. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
शून्यकरणीय संविदा ऐसा करार है , जो –
Sec 2(झ) - Question 143 of 150
143. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
माल को दुकान में कीमत की पर्ची लगाकर प्रदर्शित किए जाने का अर्थ यह है कि प्रस्ताव किया गया है- - Question 144 of 150
144. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
एक अभिकर्ता संविदा करते समय अपने प्रमुख का नाम तथा पता नहीं बताता है , किन्तु द्वितीय पक्ष को बाद में इसकी जानकारी हो जाती है । इस दशा में किसी प्रकार की त्रुटि होने पर द्वितीय पक्ष वाद ला सकता
Sec 230,233 - Question 145 of 150
145. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
‘उपनिहिती’ वह व्यक्ति है –
Sec 148 - Question 146 of 150
146. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
न्यूज पेपर में निविदा है –
Sec 2(क) - Question 147 of 150
147. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
जब कोई संविदा भंग हो गई हो , तब वह पक्षकार जो संविदा भंग से क्षति उठाता है , वह उस पक्षकार से जिसने संविदा भंग की है , प्राप्त कर सकता है –
Sec 73 - Question 148 of 150
148. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 124 क्षतिपूर्ति की संविदा में सम्मिलित करती है - Question 149 of 150
149. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
प्रपीड़न को भारतीय संविदा अधिनियम की निम्नलिखित किस धारा में उपबन्धित किया गया है – - Question 150 of 150
150. Question
1 pointsINDIAN CONTRACT ACT 1872
भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 2 ( h ) के अनुसार एक ” अनुबन्ध ” है –
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HINDI – भारतीय कानून में नारी का स्थान
ENGLISH -Freedom Of The Press
ORDER & JUDGMENTS WRITING PRACTICE –
Question – अभियुक्त ‘ क ‘ पर परिवादी ‘ ग ‘ के पुत्र ‘ घ ‘ की हत्या का आरोप है । ‘ क ‘ भा दं . सं . की धारा 84 का बचाव प्रस्तुत करता है । निर्णय के लिए आवश्यक विवाद्य प्रश्नों की रचना करते हुए और ‘ क ‘ को दोषसिद्ध करते हुए एक निर्णय लिखिए ?
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- Gopal Sharma Associate Professor NLU JODHPUR
- Ms. Vinita Hada Assistant Professor (Law Department) University Of Kota
- Prof. Balraj Chauhan Dharmashastra National Law University (DNLU) at Jabalpur