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50
Answered
Review
Question 1 of 50
1. Question
1 points
CRPC 1973
अ एक अवसर पर चोरी का तथा दूसरे अवसर पर घोर अपहति का अभियुक्त है अ पर –
Question 2 of 50
2. Question
1 points
CRPC 1973
यदि कोई एक कार्य अथवा कार्य का क्रम इस प्रकार का है कि यह संदेह है कि उन तथ्यों से जो सिद्ध किए जा सकते हैं कई अपराधों में से कौनसा अपराध बनेगा ?
Question 3 of 50
3. Question
1 points
CRPC 1973
किन मामलों को धारा 191 के अधीन मजिस्ट्रेट अभियुक्त के आवेदन पर अन्तरित करेगा ?
Question 4 of 50
4. Question
1 points
CRPC 1973
धारा 495 भारतीय दण्ड संहिता के अपराध का विचारण कहाँ पर हो सकेगा ?
sec 182
Question 5 of 50
5. Question
1 points
CRPC 1973
अचल सम्पत्ति के कब्जे के सम्बन्ध में विवाद निम्न में से किस न्यायालय में दायर किया जाएगा ?
Question 6 of 50
6. Question
1 points
CRPC 1973
धारा -144 के अधीन पारित आदेश प्रवृत्त रहता है , जिसकी अवधि सामान्यतः निम्नलिखित से अधिक नहीं हो सकेगी –
Question 7 of 50
7. Question
1 points
CRPC 1973
कब न्यायालय आदेश द्वारा पत्नी को दिए जाने वाले भत्ते में तब्दीली कर सकता है ?
sec 127
Question 8 of 50
8. Question
1 points
CRPC 1973
राज्य में निम्नलिखित में कौनसा न्यायाधीश नहीं है ?
Question 9 of 50
9. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अनुसार जाँच का उद्देश्य होता है –
Question 10 of 50
10. Question
1 points
CRPC 1973
सही युग्म बताएं –
1. अन्वेषण का उद्देश्य साक्ष्य एकत्रण है
2. जाँच की प्रकृति न्यायिक है
3. विचारण की भी प्रकृति न्यायिक है
सही है –
Question 11 of 50
11. Question
1 points
CRPC 1973
कारागार के अन्तर्गत है –
sec 266
Question 12 of 50
12. Question
1 points
CRPC 1973
जब किसी मामले में जिसका धारा 199 ( 2 ) के अनुसार विचारण हो रहा है सेशन जज का समाधान हो जाता है कि अभियोग लगाने का कोई उचित कारण नहीं था तब रकम अधिकतम का प्रतिकर उस व्यक्ति द्वारा अभियुक्त को देने का आदेश दे सकेगा –
sec 237
Question 13 of 50
13. Question
1 points
CRPC 1973
जब तीन न्यायालय मथुरा , भरतपुर व ग्वालियर किसी भी एक अपराध का विचारण कर लेते हैं अब प्रश्न उठता है कि किसे उसका विचारण करना चाहिए तब प्रश्न ?
sec 186
Question 14 of 50
14. Question
1 points
CRPC 1973
जब न्यायालय यह चाहता है कि उसके द्वारा जारी समन की तामील उसकी स्थानीय अधिकारिता के बाहर किसी स्थान पर हो , तब वह साधारणतया ऐसे समन को दो प्रतियों में भेजेगा –
Question 15 of 50
15. Question
1 points
CRPC 1973
किस स्थिति में वयस्क बच्चे भी भरण – पोषण पा सकेंगे ?
sec 125
Question 16 of 50
16. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा -146 की उपधारा 1 के अन्तर्गत मजिस्ट्रेट विवाद की विषयवस्तु को कुर्क कर सकता है , यदि –
Question 17 of 50
17. Question
1 points
CRPC 1973
कब थाने का भारसाधक अधिकारी किसी साक्षी से उसके अपने निवास से अन्यथा स्थान पर हाजिर होने की अपेक्षा नहीं की जाएगी ?
Question 18 of 50
18. Question
1 points
CRPC 1973
क्या छोटे अपराधों के मामले में कोई व्यक्ति न्यायालय में उपस्थित हुए बिना अर्थदण्ड डाक द्वारा अदा कर सकता है यदि हाँ , तो किस प्रावधान के अन्तर्गत हैं ?
Question 19 of 50
19. Question
1 points
CRPC 1973
जब एक व्यक्ति दोषसिद्ध या दोषमुक्त किया जा चुका है तब उसे उसी अपराध के लिए पुनः विचारण न किया जाएगा इसके अपवाद हैं –
sec 300
Question 20 of 50
20. Question
1 points
CRPC 1973
पूर्वतन दोषसिद्ध अपराधी को कितनी अवधि तक पते की सूचना दिए जाने का आदेश हो सकेगा ?
sec 356
Question 21 of 50
21. Question
1 points
CRPC 1973
जब परिवाद उस मजिस्ट्रेट को किया जाता है जो परिवाद के लिए सक्षम नहीं है , तो –
Question 22 of 50
22. Question
1 points
CRPC 1973
मजिस्ट्रेट किसी अपराध का परिवाद प्राप्त करने पर अनन्यतः सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है –
Question 23 of 50
23. Question
1 points
CRPC 1973
नए दण्डादेश की पुष्टि कितने न्यूनतम न्यायाधीश करेंगे ?
sec 369
Question 24 of 50
24. Question
1 points
CRPC 1973
जब जाँच करने वाले मजिस्ट्रेट की राय है कि जिसके विरुद्ध जाँच की जा रही है विकृतचित्त है व परिणामतः प्रतिरक्षा करने में असमर्थ है तब मजिस्ट्रेट उस व्यक्ति की परीक्षा –
CRPC 1973
जब सत्र न्यायाधीश मृत्युदण्ड पारित करता है तब उसकी कार्यवाही पुष्टि के लिए भेजी जाएगी –
sec 366
Question 27 of 50
27. Question
1 points
CRPC 1973
यदि किसी दाण्डिक अपील में अभियुक्त की मृत्यु हो जाती है व उसके नजदीकी रिश्तेदार अपील को जारी रखना चाहते हैं तब उन्हें कितनी अवधि के अन्दर आवेदन देना चाहिए ?
sec 394
Question 28 of 50
28. Question
1 points
CRPC 1973
न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी के न्यायालय द्वारा पारित दोषमुक्ति के आदेश के विरुद्ध अपील होगी –
Question 29 of 50
29. Question
1 points
CRPC 1973
‘ अ ‘ को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय द्वारा दोषी ठहराया जाकर , चार वर्ष के कठोर कारावास की सजा से दण्डित किया गया , ‘ अ ‘ उसी मजिस्ट्रेट से अपनी सजा निलम्बित करने हेतु आवेदन द्वारा निवेदन करता है उस मजिस्ट्रेट को तब निम्नलिखित में से कौनसी कार्यवाही अपनानी होगी ?
Question 30 of 50
30. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की निम्नलिखित धाराओं में संक्षिप्त विचारण की प्रक्रिया का प्रावधान किया गया है
Question 31 of 50
31. Question
1 points
CRPC 1973
जहाँ दो या दो से अधिक न्यायालयों ने एक ही अपराध का संज्ञान लिया है और यह प्रश्न उठता है कि उनमें से किसको उस अपराध की जाँच अथवा विचारण करना चाहिए , इस प्रश्न का विनिश्चयन किया जाएगा ।
1 . यदि ये न्यायालय एक ही उच्च न्यायालय के अधीनस्थ है तो उस उच्च न्यायालय द्वारा
2 . उस उच्च न्यायालय द्वारा जिसके अपीलीय आपराधिक क्षेत्राधिकार की स्थानीय सीमाओं के अन्तर्गत अभियुक्त निवास करता है , व्यवसाय करता है अथवा लाभप्रद नियोजन में लगा है
3 . यदि ये न्यायालय एक ही उच्च न्यायालय के अधीनस्थ हैं तो उस उच्च न्यायालय द्वारा संबंधित राज्य सरकार के परामर्श से
4 . यदि ये न्यायालय एक ही उच्च न्यायालय के अधीनस्थ नहीं है तो उस न्यायालय द्वारा जिसके अपीलीय आपराधिक क्षेत्राधिकार की स्थानीय सीमाओं के अंतर्गत कार्यवाही सर्वप्रथम प्रारम्भ हुई थी ।
उपर्युक्त में से कौन – कौन से सही हैं ?
कूट
Question 32 of 50
32. Question
1 points
CRPC 1973
भारत के किसी नागरिक द्वारा भारत के बाहर किए गए किसी अपराध का भारत में जाँच या विचारण किसकी पूर्व मंजूरी से किया जाएगा ?
Sec 188
Question 33 of 50
33. Question
1 points
CRPC 1973
धारा 190 दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 के अन्तर्गत कौन संज्ञान ले सकता है ?
Question 34 of 50
34. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 190 मजिस्ट्रेट द्वारा संज्ञान लेने का प्रावधान करती है –
Question 35 of 50
35. Question
1 points
CRPC 1973
कब एक मजिस्ट्रेट अपराध का संज्ञान करने में सक्षम होता है ?
Sec 190(1)
Question 36 of 50
36. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की धारा 190 ( 2 ) के अन्तर्गत द्वितीय श्रेणी मजिस्ट्रेट को निम्न में से कौन , अपराधों का संज्ञान लेने के लिए अधिकृत कर सकता है ?
Question 37 of 50
37. Question
1 points
CRPC 1973
जमानत आदेश में कौन – सी शर्ते लगाई जा सकती है ?
Sec 436
Question 38 of 50
38. Question
1 points
CRPC 1973
गलत स्थान पर विचारण का क्या प्रभाव होगा ?
Sec 462
Question 39 of 50
39. Question
1 points
CRPC 1973
द्वितीय जमानत आवेदन के लिए किसे परिस्थिति में परिवर्तन माना जाना चाहिए
Sec 436
Question 40 of 50
40. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 306 के अन्तर्गत सह – अपराधी को कौन क्षमादान दे सकता है ?
Question 41 of 50
41. Question
1 points
CRPC 1973
निम्नांकित में से कौन – सा कथन असत्य है ?
पीड़ित से ऐसा व्यक्ति अभिप्रेत है , जो –
Sec 2(ba)
Question 42 of 50
42. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 2 ( d ) के अन्तर्गत परिवाद का अर्थ मजिस्ट्रेट के समक्ष किसी व्यक्ति द्वारा मौखिक अथवा लिखित रूप से अभिकथन है , जिसके द्वारा संहिता के अंतर्गत किसी अपराध के सम्बन्ध में कार्यवाही करने की अपेक्षा होती है । इसमें शामिल नहीं है
Question 43 of 50
43. Question
1 points
CRPC 1973
यदि किसी दाण्डिक अपील में अभियुक्त की मृत्यु हो जाती है एवं उसके नजदीकी रिश्तेदार अपील को जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें कितनी अवधि के अन्दर आवेदन देना चाहिए ?
Sec 394(2)
Question 44 of 50
44. Question
1 points
CRPC 1973
पुनरीक्षण की शक्ति का प्रयोग किया जा सकता है-
Sec 397
Question 45 of 50
45. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अधीन उच्च न्यायालय अपनी पुनरीक्षण शक्ति का प्रयोग करते हुए –
Sec 401(3)
Question 46 of 50
46. Question
1 points
CRPC 1973
आपराधिक मामलों और अपीलों को एक उच्च न्यायालय से दूसरे उच्च न्यायालय को अन्तरित करने की उच्चतम न्यायालय की शक्ति प्रदत्त है –
Question 47 of 50
47. Question
1 points
CRPC 1973
धारा 357 – a ( 2 ) दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत प्रतिकर की मात्रा का निर्धारण कौन करेगा ?
Question 48 of 50
48. Question
1 points
CRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता में किसी दण्डादेश के निष्पादन के लिए प्रत्येक वारण्ट जारी किया जा सकता है –
Sec 425
Question 49 of 50
49. Question
1 points
CRPC 1973
जब अभियुक्त अभिरक्षा में हो और अन्वेषण निर्धारित अवधि यथास्थिति 90 दिन या 60 दिन में पूरा नहीं हो पाया हो और इस अवधि की समाप्ति पर अभियुक्त जमानत देने को तैयार हो और दे देता हो तो वह अधिकारी है –
Sec 167
Question 50 of 50
50. Question
1 points
CRPC 1973
हाल ही में निम्न प्रकरणों में से किस एक में सर्वोच्च न्यायालय ने तेजाब के हमले में घायल व्यक्ति के चिकित्सीय इलाज के लिए निर्देश जारी किए हैं ?
किसी भी प्रश्न से संबंधित अधिक जानकारी या ऑब्जेक्शन होने पर प्रश्न का स्क्रीनशॉट लेकर App हेल्पडेस्क पर सबमिट करें or legalbuzznow@gmail.com पर ईमेल करें
अब प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के साथ साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी कीजिए
दंड प्रक्रिया संहिता 1973
आपको कल 22/09/2020 दोपहर 3:00 बजे तक आंसर लिखकर सबमिट करने हैं इसके पश्चात आपके आंसर स्वीकार नहीं किए जाएंगे
Question 1. पुलिस द्वारा अपराध निवारण कार्यों की शक्तियों का उल्लेख करें । Hint Sec 149-153
Question 2. किसी अभियुक्त की संस्वीकृति अभिलिखित करते समय न्यायालय का क्या कर्तव्य है ? अगर कोई अभियुक्त जिसे पुलिस अभिरक्षा में संस्वीकृति अभिलिखित कराने के लिए लाया गया हो , संस्वीकृति अभिलिखित कराने से इन्कार करता हो तो ऐसी दशा में न्यायालय को क्या करना चाहिये ? Hint Sec 164
Question 3. मृत्युदण्ड की पुष्टि के विधिक प्रावधानों पर प्रकाश डालिये । Hint Sec 366-371
Question 4. (a) क्या केवल परिवाद प्राप्त होने पर न्यायालय ऐसे अपराध का संज्ञान ले सकता है जो किसी लोक सेवक के विरूद्ध हो और ऐसे अपराध का अभियोग हो जिसके बारे में यह अभिकथित हो कि वह इसके द्वारा तब किया गया जब वह अपने पदीय कर्तव्य के निवर्हन में कार्य कर रहा था या जब उसका ऐसे कार्य करना तात्पर्यित था ? अगर , नहीं , तो क्यों ?
(b) ‘ क ‘ ने एक वसीयतनामा फर्जी तैयार किया और उसे एक व्यवहारिक न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया , जब कि असली वसीयतनामा ‘ ख ‘ के पास है । क्या ‘ ख ‘ ‘ क ‘ के विरूद्ध फौजदारी परिवाद पेश कर सकता है । दीवानी मुकदमा निर्णीत होने से पूर्व ? यदि नहीं तो परिवाद कौन पेश कर सकता है ?
निर्देश – Legal Buzz एप्लीकेशन एक अभ्यास पोर्टल है न की Content Provider, जो आपको मुख्य परीक्षा की तैयारी की दृष्टि से छोटे-छोटे नियमित Task प्रदान करता है, हम किसी भी प्रश्न का उत्तर पहले आपको नहीं बताएंगे, आपको जो आता है उसका उत्तर लिखने की कोशिश करें, एवं सबमिट करें हमारे विशेषज्ञ आपके उत्तर की जांच करेंगे और यदि वह उत्तर से संतुष्ट नहीं होते हैं तो सही उत्तर आपको भेजेंगे |
कृपया किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए पहले अनुरोध ना करें केवल प्रयास कर उत्तर लिखकर सबमिट करने वाले विद्यार्थियों को ही मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है |
यदि आपको इन प्रश्नों के उत्तर नहीं आते हैं तो कृपया पाठ्य पुस्तकों या इंटरनेट की सहायता लें एवं उन्हें पढ़े तत्पश्चात लिखने का प्रयास करें बार-बार अभ्यास करना सफलता की कुंजी है |
इन प्रश्नों के उत्तर लिखने के पश्चात आप हमें अपने उत्तर का फोटो खींचकर नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें
legalbuzznow@gmail.com
हमारे विशेषज्ञ आपके दिए गए उत्तरो की जांच करेंगे एवं आपको अंक एवं मार्गदर्शन प्रदान करेंगे
[ OUR LAW EXPERT ]
Gopal Sharma Associate Professor NLU JODHPUR
Ms. Vinita Hada Assistant Professor (Law Department) University Of Kota
Prof. Balraj Chauhan Dharmashastra National Law University (DNLU) at Jabalpur
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