➡️CLICK HERE [हिंदी में] जुडिशरी एग्जाम स्कोर बूस्टर 134 लीगल बज्ज ऑनलाइन मॉक टेस्ट • 150 Questions 90 Minute Challenge (All Major Acts) Revision + Eassy Writing •

Judiciary Exam Score Booster 134 150 Questions 90 Minute Challenge
Quiz-summary
0 of 150 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
- 21
- 22
- 23
- 24
- 25
- 26
- 27
- 28
- 29
- 30
- 31
- 32
- 33
- 34
- 35
- 36
- 37
- 38
- 39
- 40
- 41
- 42
- 43
- 44
- 45
- 46
- 47
- 48
- 49
- 50
- 51
- 52
- 53
- 54
- 55
- 56
- 57
- 58
- 59
- 60
- 61
- 62
- 63
- 64
- 65
- 66
- 67
- 68
- 69
- 70
- 71
- 72
- 73
- 74
- 75
- 76
- 77
- 78
- 79
- 80
- 81
- 82
- 83
- 84
- 85
- 86
- 87
- 88
- 89
- 90
- 91
- 92
- 93
- 94
- 95
- 96
- 97
- 98
- 99
- 100
- 101
- 102
- 103
- 104
- 105
- 106
- 107
- 108
- 109
- 110
- 111
- 112
- 113
- 114
- 115
- 116
- 117
- 118
- 119
- 120
- 121
- 122
- 123
- 124
- 125
- 126
- 127
- 128
- 129
- 130
- 131
- 132
- 133
- 134
- 135
- 136
- 137
- 138
- 139
- 140
- 141
- 142
- 143
- 144
- 145
- 146
- 147
- 148
- 149
- 150
Information
TOTAL TEST DURATION-90 MINUTE
TOTAL MARKS-150
CHACK YOUR RANK AFTER COMPLETE MOCK TEST
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 150 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score | |
Your score |
Categories
- Not categorized 0%
NEVER GIVE UP तैयारी जीत की
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
- 21
- 22
- 23
- 24
- 25
- 26
- 27
- 28
- 29
- 30
- 31
- 32
- 33
- 34
- 35
- 36
- 37
- 38
- 39
- 40
- 41
- 42
- 43
- 44
- 45
- 46
- 47
- 48
- 49
- 50
- 51
- 52
- 53
- 54
- 55
- 56
- 57
- 58
- 59
- 60
- 61
- 62
- 63
- 64
- 65
- 66
- 67
- 68
- 69
- 70
- 71
- 72
- 73
- 74
- 75
- 76
- 77
- 78
- 79
- 80
- 81
- 82
- 83
- 84
- 85
- 86
- 87
- 88
- 89
- 90
- 91
- 92
- 93
- 94
- 95
- 96
- 97
- 98
- 99
- 100
- 101
- 102
- 103
- 104
- 105
- 106
- 107
- 108
- 109
- 110
- 111
- 112
- 113
- 114
- 115
- 116
- 117
- 118
- 119
- 120
- 121
- 122
- 123
- 124
- 125
- 126
- 127
- 128
- 129
- 130
- 131
- 132
- 133
- 134
- 135
- 136
- 137
- 138
- 139
- 140
- 141
- 142
- 143
- 144
- 145
- 146
- 147
- 148
- 149
- 150
- Answered
- Review
- Question 1 of 150
1. Question
1 pointsCRPC 1973
निम्नांकित में से कौन – सा कथन असत्य है ?
पीड़ित से ऐसा व्यक्ति अभिप्रेत है , जो –
Sec 2(ba) - Question 2 of 150
2. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 2 ( d ) के अन्तर्गत परिवाद का अर्थ मजिस्ट्रेट के समक्ष किसी व्यक्ति द्वारा मौखिक अथवा लिखित रूप से अभिकथन है , जिसके द्वारा संहिता के अंतर्गत किसी अपराध के सम्बन्ध में कार्यवाही करने की अपेक्षा होती है । इसमें शामिल नहीं है - Question 3 of 150
3. Question
1 pointsCRPC 1973
यदि किसी दाण्डिक अपील में अभियुक्त की मृत्यु हो जाती है एवं उसके नजदीकी रिश्तेदार अपील को जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें कितनी अवधि के अन्दर आवेदन देना चाहिए ?
Sec 394(2) - Question 4 of 150
4. Question
1 pointsCRPC 1973
पुनरीक्षण की शक्ति का प्रयोग किया जा सकता है-
Sec 397 - Question 5 of 150
5. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता के अधीन उच्च न्यायालय अपनी पुनरीक्षण शक्ति का प्रयोग करते हुए –
Sec 401(3) - Question 6 of 150
6. Question
1 pointsCRPC 1973
आपराधिक मामलों और अपीलों को एक उच्च न्यायालय से दूसरे उच्च न्यायालय को अन्तरित करने की उच्चतम न्यायालय की शक्ति प्रदत्त है – - Question 7 of 150
7. Question
1 pointsCRPC 1973
धारा 357 – a ( 2 ) दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत प्रतिकर की मात्रा का निर्धारण कौन करेगा ? - Question 8 of 150
8. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता में किसी दण्डादेश के निष्पादन के लिए प्रत्येक वारण्ट जारी किया जा सकता है –
Sec 425 - Question 9 of 150
9. Question
1 pointsCRPC 1973
जब अभियुक्त अभिरक्षा में हो और अन्वेषण निर्धारित अवधि यथास्थिति 90 दिन या 60 दिन में पूरा नहीं हो पाया हो और इस अवधि की समाप्ति पर अभियुक्त जमानत देने को तैयार हो और दे देता हो तो वह अधिकारी है –
Sec 167 - Question 10 of 150
10. Question
1 pointsCRPC 1973
हाल ही में निम्न प्रकरणों में से किस एक में सर्वोच्च न्यायालय ने तेजाब के हमले में घायल व्यक्ति के चिकित्सीय इलाज के लिए निर्देश जारी किए हैं ? - Question 11 of 150
11. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की किन धाराओं में वारण्ट मामलों के विचारण की प्रक्रिया दी हुई है ? - Question 12 of 150
12. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 के अधीन एक वारण्ट मामले में जो पुलिस रिपोर्ट पर संस्थित किया गया है , विचारण प्रारम्भ होता है –
sec 240 - Question 13 of 150
13. Question
1 pointsCRPC 1973
क्या सत्य नहीं है ?
” श्रवण ( सुनवाई ) दिनांक को यदि परिवादी अनुपस्थित है तो मजिस्ट्रेट अभियुक्त को उन्मुक्त कर सकता है ” यदि अपराध –
sec 249 - Question 14 of 150
14. Question
1 pointsCRPC 1973
निम्न में से दण्ड प्रक्रिया संहिता की किस धारा के अन्तर्गत सत्र न्यायालय को मामला सुपुर्द हुए बिना संज्ञान लेने की आरम्भिक क्षेत्राधिकारिता है ? - Question 15 of 150
15. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की धारा 482 के अन्तर्गत अन्तर्निहित या अन्तर्वर्ती ( Inherent ) शक्तियाँ निम्न में से किस न्यायालय द्वारा प्रयोग की जा सकती है ? - Question 16 of 150
16. Question
1 pointsCRPC 1973
द . प्र . सं . की धारा 200 के तहत समन्स के पूर्व के साक्ष्य रिकार्ड करने से अभिमुक्ति हो सकती है , यदि – - Question 17 of 150
17. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की निम्न धाराओं में से किस धारा के अधीन किसी जमाव को तितर – बितर करने के लिए सशस्त्र बल का प्रयोग किया जा सकता है , ताकि लोक सुरक्षा बनाए रखी जाए ? - Question 18 of 150
18. Question
1 pointsCRPC 1973
समंन मामला एवं वारण्ट मामला के वर्गीकरण हेतु मार्गदर्शक तत्व होता है
Chapter 19,20 - Question 19 of 150
19. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की धारा 206 ( 2 ) के अन्तर्गत तुच्छ ( छोटे ) अपराध का क्या अर्थ है ? - Question 20 of 150
20. Question
1 pointsCRPC 1973
अनन्यतः सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय मामले में एक व्यक्ति जिसे पुलिस द्वारा अभियोग पत्र में चार्जशीट नहीं किया गया है , के विरुद्ध संज्ञान लिया जा सकता है –
sec 203 - Question 21 of 150
21. Question
1 pointsCRPC 1973
जहाँ समन मामले में न्यायालय ने अभियुक्त की वैयक्तिक हाजिरी से अभिमुक्ति दी है , वहाँ न्यायालय –
sec 253 - Question 22 of 150
22. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 के अन्तर्गत मजिस्ट्रेट द्वारा ऐसे मामले को भी जो अनन्यतः सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय नहीं है । सत्र न्यायालय को विचारण हेतु उपार्पित किया जा सकता है । यदि मजिस्ट्रेट को प्रतीत होता है कि मामला ऐसा है –
sec 209 - Question 23 of 150
23. Question
1 pointsCRPC 1973
किस विचारण में अभियुक्त को दण्ड के प्रश्न पर सुना जाना आवश्यक नहीं है ?
sec 256 - Question 24 of 150
24. Question
1 pointsCRPC 1973
क्या धारा 258 दण्ड प्रक्रिया संहिता के अधीन उन्मोचित किए गए व्यक्ति का उसी अपराध के लिए पुनः विचारण किया जा सकता है ? - Question 25 of 150
25. Question
1 pointsCRPC 1973
मजिस्ट्रेट कब अपने विवेकानुसार अभियुक्त को रिहाई दे सकता है ?
sec 249 - Question 26 of 150
26. Question
1 pointsCRPC 1973
एक समन मामले में जब अभियुक्त मजिस्ट्रेट के समक्ष उपस्थित होता है अथवा लाया जाता है , तब यह आवश्यक नहीं होगा कि –
sec 251 - Question 27 of 150
27. Question
1 pointsCRPC 1973
भा . द . सं . के प्रावधानों के अन्तर्गत दण्डनीय अपराधों के लिए सेशन न्यायाधीश द्वारा संज्ञान लिया जा सकता –
sec 209 - Question 28 of 150
28. Question
1 pointsCRPC 1973
उन्हीं तथ्यों पर आधारित द्वितीय परिवाद ग्रहण किया जा सकता है , जबकि पूर्व आदेश पारित हुआ हो-
(बिंदेश्वर सिंह बनाम काली सिंह 1976) - Question 29 of 150
29. Question
1 pointsCRPC 1973
साधारण चोट पहुँचाने के एक मुकदमे में सेशन्स जज ने एक अभियुक्त को केवल एक मास के साधारण कारावास से दण्डित किया है । जज –
Sec 193,462 - Question 30 of 150
30. Question
1 pointsCRPC 1973
धारा 195 दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत ‘न्यायालय ‘ शब्द में सम्मिलित है – - Question 31 of 150
31. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अधीन सुसंगत तथ्य –
Sec 3 - Question 32 of 150
32. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
राम को बिना टिकट रेल यात्रा करने के लिए आरोपित किया जाता है । साक्ष्य अधिनियम के अन्तर्गत यह प्रमाणित करने का भार कि राम के पास टिकट था , किस पर है ?
Sec 106 - Question 33 of 150
33. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की धारा 107 किस संबंध में उपधारणा का प्रावधान करती है ? - Question 34 of 150
34. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की धारा 112 में प्रावधान है – - Question 35 of 150
35. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
विवाह विच्छेद के बाद माता एक बच्चे को जन्म देती है , लेकिन उस समय तक माता अविवाहित रहती है । साक्ष्य अधिनियम की धारा 112 के अन्तर्गत संतान का पुरुष का धर्मज पुत्र होने का निश्चयात्मक सबूत माने जाने के लिए बच्चे का विवाह विच्छेद के बाद कितने दिनों में जन्म ले लिया जाना आवश्यक है ? - Question 36 of 150
36. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
विवाहित स्थिति के दौरान में जन्म होना धर्मजस्व का निश्चयात्मक सबूत ( Conclusive Proof ) है । यह उपधारणा निम्न शतें / शर्तों के अधीन सही है
( i ) बच्चे का जन्म विधिमान्य विवाह के कायम रहते हुए हुआ हो
( ii ) यदि विवाह का विघटन हो गया था तो विघटन के 280 वें दिन के अन्दर हुआ हो और इस बीच बच्चे की माँ ‘ अविवाहित ‘ रही हो
( iii ) विवाह के पक्षकारों की परस्पर पहुंच ऐसे किसी समय में अवश्य रही हो जब बच्चे का गर्भधारण ( Conception ) किया जा सकता था ।
उपर्युक्त में से – - Question 37 of 150
37. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
किसी विवाहित स्त्री द्वारा आत्महत्या करने पर न्यायालय भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 113 – क के अधीन यह उपधारणा करेगा कि ऐसी आत्महत्या को उसके पति ने दुष्प्रेरित किया है , यदि –
1 . पत्नी ने आत्महत्या विवाह के सात वर्षों के भीतर की है
2 . पत्नी पर अत्याचार किया गया था
3 . पत्नी अशिक्षित और निर्धन परिवार से थी पत्नी को पति ने त्याग दिया था
नीचे दिए गएकूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए
कूट – - Question 38 of 150
38. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
ऐसा प्रश्न जो उत्तर इंगित करता है , उसे कहते हैं-
Sec 141 - Question 39 of 150
39. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की किस धारा के अनुसार न्यायालय ऐसे प्रश्न का निषेध करेगा , जो उसे प्रतीत होता है , वह अपमानित या क्षुब्ध करने के लिए आशयित है या जो यद्यपि स्वयं से उचित है , तथापि रूप में न्यायालय को ऐसा प्रतीत होता है कि वह अनावश्यक तौर पर संतापकारी है ? - Question 40 of 150
40. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
प्राथमिक साक्ष्य से अभिप्रेत है –
Sec 62 - Question 41 of 150
41. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
दहेज मृत्यु की उपधारणा के लिए निम्न में से कौन आवश्यक शर्त / शर्ते हैं ?
Sec 113a, 113b - Question 42 of 150
42. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित मामले में से किस में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा यह कहा गया है कि डॉग ट्रेकिंग ( dog tracking ) की साक्ष्य ग्राह्य योग्य होने पर भी सामान्यतः अधिक महत्व का नहीं ? - Question 43 of 150
43. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
स्वयं को तथा साथ – साथ अपने अन्य संस्वीकृति न करने वाले सह – अभियुक्त को आलिप्त करने वाली सह अभियुक्त की संस्वीकृति का साक्ष्यात्मक मूल्य क्या होता है ?
Sec 114 - Question 44 of 150
44. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
अन्वेषण के क्रम में एक पुलिस अधिकारी के समक्ष कथन किया गया कि योजना के अनुसार ही अभिकल्पना को कार्यान्वित किया गया , परन्तु हत्या में कौन व्यक्ति शामिल थे या कथनकर्ता ने अपना स्वयं का कोई सन्दर्भ नहीं किया
Sec 27 - Question 45 of 150
45. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
बलात्कार के मामलों में कुछ मुकदमों में सहमति के अभाव का अनुमान ……. के द्वारा उठाया गया है – - Question 46 of 150
46. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
” अपहरण और बलात्कार के मामले में निरक्षर तथा गंवार युवती अभियोक्ता के द्वारा दिए गए साक्ष्य के मामले में विरोधाभास और चूक स्वाभाविक है , जहाँ तक उसकी याददाश्त , निरीक्षण और घटनाओं की कड़ी के वर्णन का संबंध है । ” सर्वोच्च न्यायालय ने किस वाद में कहा ? - Question 47 of 150
47. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
‘ क ‘ एक साक्षी है । वह बोलने में असमर्थ है । भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की किस धारा के अनुसार वह ऐसी किसी अन्य रीति में , जिसमें वह उसे बोधगम्य बना सकता है , जैसे कि लिखकर या संकेत चिन्हों द्वारा अपना साक्ष्य दे सकेगा ? - Question 48 of 150
48. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
बोलने में असमर्थ एक साक्षी अपना साक्ष्य खुले न्यायालय में लेख लिखकर देता है । इस प्रकार दिया गया साक्ष्य समझा जाएगा –
Sec 19 - Question 49 of 150
49. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
मूक साक्षी द्वारा लिखकर या संकेतों द्वारा खुले न्यायालय में साक्ष्य दिया जा सकेगा , ऐसा साक्ष्य –
Sec 119 - Question 50 of 150
50. Question
1 pointsINDIAN EVIDENCE ACT 1872
किसी व्यक्ति के विरुद्ध आपराधिक कार्यवाही में उस व्यक्ति का पति या पत्नी –
Sec 120 - Question 51 of 150
51. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के किस प्रावधान के अन्तर्गत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के परीक्षक की राय एक सुसंगत तथ्य है ? - Question 52 of 150
52. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
किसी वाद में एक पक्षकार द्वारा अभिकथित और प्रतिपक्षी द्वारा अस्वीकृत तथ्यों को कहा जाता है –
sec 3 - Question 53 of 150
53. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
कूट की सहायता से उत्तर दीजिए –
हस्तलेखन को सिद्ध किया जा सकता है
1 . लेखक के साक्ष्य द्वारा
2 . विशेषज्ञ के मत द्वारा
3. हस्तलेख से परिचित व्यक्ति के साक्ष्य द्वारा
साक्ष्य अधिनियम की धारा 73 के अन्तर्गत न्यायालय द्वारा-
Sec 47 - Question 54 of 150
54. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
” अन्वेषण अधिकारी द्वारा साक्षी के परीक्षण में विलम्ब अपने आप में अभियोजन के वृत्तान्त को संदेहास्पद नहीं बनाता है । अन्वेषण अधिकारी से विलम्ब से परीक्षण के बारे में प्रश्न किया जाना चाहिए । ” यह निम्नलिखित किस वाद में अभिनिर्धारित किया गया ? - Question 55 of 150
55. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
जब न्यायालय को किसी व्यक्ति के इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर के बारे में राय बनानी हो , तब प्रमाणीकर्ता अधिकारी की राय जिसने इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर जारी किए है –
Sec 47 a - Question 56 of 150
56. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अनुसार जिस तथ्य की न्यायालय न्यायिक अवेक्षा करेगा –
Sec 56 - Question 57 of 150
57. Question
1 pointsएक पत्नी ने मात्र तेज भागता हुआ वाहन देखा था , जिसने कुछ दूरी पर उसके पति को कुचल दिया । उसने दुर्घटना स्वयं नहीं देखी थी । पति की एक दिन बाद हृदयाघात से मृत्यु हो गई । क्या पत्नी का यह साक्ष्य लिया जा सकता है कि दुर्घटना के उपरान्त घायल पति ने उससे क्या कहा था ?
(आर बनाम फ़ोस्टर) - Question 58 of 150
58. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
साक्ष्य अधिनियम के तहत इनमें से किन तथ्यों को सिद्ध किया जाना आवश्यक नहीं है ?
Sec 57 - Question 59 of 150
59. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम में प्रयुक्त न्यायालय ‘ शब्द से तात्पर्य है –
Sec 3 - Question 60 of 150
60. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
साक्ष्य अधिनियम के अन्तर्गत न्यायालय किन तथ्यों की न्यायिक अवेक्षा नहीं कर सकता –
Sec 57 - Question 61 of 150
61. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
‘ ए ‘ एवं ‘ बी ‘ का संयुक्त विचारण ‘ सी ‘ की हत्या कर देने हेतु होता है । यह सिद्ध किया जाता है कि ‘ ए ‘ ने कथन किया कि ‘ बी ‘ तथा मैंने मिलकर सी की हत्या की । उपरोक्त सिद्ध की गई संस्वीकति के प्रभाव पर न्यायालय के द्वारा विचार किया जा सकता है –
Sec 30 - Question 62 of 150
62. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित में से कोन – सा कथन सही नहीं है ?
Sec 59 - Question 63 of 150
63. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अधीन मौखिक साक्ष्य के बारे में कौन – सा कथन सही नहीं है । मोखिक साक्ष्य प्रत्यक्ष होना चाहिए अर्थात यदि वह निर्दिष्ट करता हो –
Sec 60 - Question 64 of 150
64. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 में उस विषय से संबंधित प्रश्न जो कि वाद या कार्यवाहियों में सुसंगत नहीं है , पूछे जा सकते हैं – - Question 65 of 150
65. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित अनुश्रुति के नियम का अपवाद नहीं है-
Sec 60 - Question 66 of 150
66. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्न में से कौन – सा प्राथमिक साक्ष्य है ?
Sec 62 - Question 67 of 150
67. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 के अन्तर्गत समाचार – पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट है –
Sec 62,63 - Question 68 of 150
68. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भा . सा . अ . की धारा 129 यह कहती है कि कोई भी व्यक्ति किसी गोपनीय संसूचना को प्रकट करने के लिए विवश नहीं किया जाएगा , जो . . . . . . . . . . . के मध्य हुई है – - Question 69 of 150
69. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
भारतीय साक्ष्य अधिनियम , 1872 की किस धारा के अनुसार एक दस्तावेज की अंतर्वस्तु का द्वितीयक साक्ष्य दिया जा सकेगा , जबकि मूल इस प्रकृति का है कि उसे आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता ? - Question 70 of 150
70. Question
1 pointsEVIDENCE ACT 1872
निम्नलिखित में से किस परिस्थिति में दस्तावेज के संबंध में द्वितीयक साक्ष्य नहीं दिया जा सकेगा ?
Sec 65 - Question 71 of 150
71. Question
1 pointsCPC 1908
आदेश 40 नियम 3 में प्रावधान है – - Question 72 of 150
72. Question
1 pointsCPC 1908
स्थावर सम्पत्ति के बँटवारे के लिए वाद कहाँ संस्थित होगा ?
Sec 16 - Question 73 of 150
73. Question
1 pointsCPC 1908
दीवानी प्रक्रिया संहिता की धारा 10 में प्रदत्त विचाराधीन न्याय का नियम – - Question 74 of 150
74. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 की धारा 2 ( 9 ) के अंतर्गत निर्णय का अर्थ है – - Question 75 of 150
75. Question
1 pointsCPC 1908
‘ A ‘ दिल्ली का एक व्यवसायी ‘ B ‘ जौनपुर के एक व्यापारी को एक एजेण्ट के माध्यम से कुछ समान विक्रय करता है । ‘ A ‘ तथा ‘ B ‘ के मध्य संव्यवहारों के अन्तर्गत कुछ लेन – देन के सम्बन्ध में ‘ B ‘ एक वाद जौनपुर के सिविल न्यायालय में दाखिल करता है , जो उस मामले को देखने तथा विचारण करने के लिए सक्षम है । इस बीच ‘ A ‘ एक वाद उसी मामले में दिल्ली के न्यायालय में दाखिल करता है , ऐसा वाद जो जौनपुर में दाखिल हुआ है
Sec 10 - Question 76 of 150
76. Question
1 pointsCPC 1908
पूर्व – न्याय ( प्राङ्गन्याय ) सम्बन्धी उपबन्ध सिविल प्रक्रिया संहिता , 1098 की……..में उपबंधित है – - Question 77 of 150
77. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत एक पक्षकार जो व्यवहार प्रकृति का विवाद रखता है , उसे यह अधिकार है कि वह वाद प्रस्तुत कर सकता है , यदि वाद का संज्ञान –
Sec 9 - Question 78 of 150
78. Question
1 pointsCPC 1908
‘ A ‘ आभूषणों का एक बॉक्स अपने अभिकर्ता के रूप में ‘ B ‘ के पास निक्षिप्त करता है । ‘ C ‘ का यह अभिकथन है कि आभूषण ‘ A ‘ ने उससे सदोष अभिप्राप्त किए थे और वह उन्हें ‘ B ‘ से लेने के लिए दावा करता है । यहाँ ‘ B’ –
Sec 88 - Question 79 of 150
79. Question
1 pointsCPC 1908
‘ a ‘ एक घोषणात्मक वाद संस्थित करता है कि वह ‘ c ‘ का उत्तराधिकारी होने के नाते एक निश्चित भूमि का प्राधिकारी है । वाद खारिज कर दिया जाता है | पश्चात्वर्ती वाद का दावा प्रतिकूल कब्जे के आधार पर किया गया । पश्चात्वर्ती दावा वर्जित है – - Question 80 of 150
80. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कौन सिविल कार्यवाही के अधीन गिरफ्तार किए जाने से अवमुक्त नहीं है-
Sec 132,135,135a - Question 81 of 150
81. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन डिक्री नहीं है ?
Sec 2(2) - Question 82 of 150
82. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कौन – सा वाद सिविल प्रकृति का नहीं है ?
Sec 9 - Question 83 of 150
83. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , की धारा 115 निम्न के बारे में प्रावधान करती है – - Question 84 of 150
84. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कोन अभिव्यक्ति ” डिक्री ” का एक भाग नहीं है , जैसा कि सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 2 ( 2 ) के तहत परिभाषित किया गया है ? - Question 85 of 150
85. Question
1 pointsCPC 1908
हर वाद उस निम्नतम श्रेणी के न्यायालय में संस्थित किया जाएगा , जो उसका विचारण करने में सक्षम है । यह प्रावधान संबंध रखता है –
Sec 15 - Question 86 of 150
86. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कौन – सा व्यवहार प्रकृति का वाद नहीं है - Question 87 of 150
87. Question
1 pointsCPC 1908
एक विदेशी निर्णय ऐसे किसी विषय में जो प्रत्यक्षतः अधिनिर्णीत हुआ है , उन्हीं पक्षकारों के बीच में निर्णायक होता है –
Sec 13 - Question 88 of 150
88. Question
1 pointsCPC 1908
धारा 10 व्यवहार प्रक्रिया संहिता संबंधित है – - Question 89 of 150
89. Question
1 pointsCPC 1908
व्यवहार प्रक्रिया संहिता के तहत डिक्री के सम्बन्ध में इनमें से कौन – सा कथन सही है ?
Sec 2(2) - Question 90 of 150
90. Question
1 pointsCPC 1908
” वाद कारणों का संयोजन ” संहिता के किस प्रावधान में वर्णित है ? - Question 91 of 150
91. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 के अंतर्गत ” हर वाद न्यायालय को या उसके द्वारा इस निमित्त नियुक्त किसी अधिकारी को दो प्रतियों में वाद पत्र देकर संस्थित किया जाएगा ” यह उपबन्धित है – - Question 92 of 150
92. Question
1 pointsCPC 1908
अभिवचन को परिभाषित किया गया है – - Question 93 of 150
93. Question
1 pointsCPC 1908
अभिवचन में शामिल नहीं है –
O 6 R 1 - Question 94 of 150
94. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कौन अभिवचन का नियम नहीं है ?
Order 6 - Question 95 of 150
95. Question
1 pointsCPC 1908
अभिवचनों के संशोधन के लिए आवेदन . . . . . . . . . . . . . . . . के अन्तर्गत पेश किया जाता है - Question 96 of 150
96. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय कार्यवाही के किसी भी प्रक्रम पर किसी भी पक्षकार को अपने अभिवचनों को परिवर्तित या संशोधित करने के लिए दी . प्र . सं . के निम्नलिखित में से किसके अधीन अनुज्ञात कर सकेगा ? - Question 97 of 150
97. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 के अंतर्गत अभिवचन को संशोधित किया जा सकता है –
O 6 R 17 - Question 98 of 150
98. Question
1 pointsCPC 1908
‘ क ‘ अपने वाद में कुछ संशोधन करना चाहता है । प्रतिवादी ऐसे संशोधनों का विरोध करता है । न्यायालय को संशोधन की अनुमति देना चाहिए या नहीं । यदि नहीं , तो कब
O 6 R 17 - Question 99 of 150
99. Question
1 pointsCPC 1908
निम्नलिखित में से कौन – सा दीवानी प्रक्रिया संहिता की धारा 2 ( 9 ) में परिभाषित ‘ निर्णय ‘ कहा जा सकता है ? - Question 100 of 150
100. Question
1 pointsCPC 1908
कोई पक्षकार संशोधन करने की अनुमति प्राप्त करने के आदेश के कितने दिनों तक अभिवचन में संशोधन नहीं करता तो न्यायालय की अनुमति के बिना वह संशोधन नहीं कर सकेगा ? - Question 101 of 150
101. Question
1 pointsCPC 1908
व्यवहार प्रक्रिया संहिता , 1908 का आदेश 7 नियम 1 संबंधित है – - Question 102 of 150
102. Question
1 pointsCPC 1908
प्लीडर परिभाषित है – ( सी . पी . सी . में ) – - Question 103 of 150
103. Question
1 pointsCPC 1908
जहाँ किसी कार्य को करने के लिए संहिता द्वारा कोई काल अवधि निर्धारित अथवा अनुज्ञात की गई है , उस स्थिति में न्यायालय स्वविवेक से समय में कितनी वृद्धि कर सकता है ?
Sec 148 - Question 104 of 150
104. Question
1 pointsCPC 1908
न्यायालय वाद पत्र को उस न्यायालय में प्रस्तुत किए जाने के लिए लोटा सकता है , जहाँ वाद संस्थित किया जाना चाहिए था
O 7 R 10 - Question 105 of 150
105. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 की धारा 2 ( 16 ) में प्रयुक्त ” विहित ” शब्दावली कोष से अभिप्रेत है – - Question 106 of 150
106. Question
1 pointsCPC 1908
सी . पी . सी . के आदेश 37 के अंतर्गत कोई वाद दाखिल किया जाएगा – - Question 107 of 150
107. Question
1 pointsCPC 1908
सी . पी . सी . के निम्न में से किस प्रावधान के अन्तर्गत वाद – पत्र का निरस्तीकरण बताया गया है ? - Question 108 of 150
108. Question
1 pointsCPC 1908
जहाँ एकपक्षीय अस्थायी व्यादेश प्रदान किया गया हो , मूल आवेदन . . . . . . . . . . दिनों में निराकृत किया जाना चाहिए –
O 39 R 3a - Question 109 of 150
109. Question
1 pointsCPC 1908
सिविल प्रक्रिया संहिता , 1908 के अन्तर्गत निम्न प्रावधानों में से किसमें वाद पत्र को वाद हेतुक न होने के कारण नामंजूर किया जा सकता है ? - Question 110 of 150
110. Question
1 pointsCPC 1908
वादपत्र कब नामंजूर किया जा सकता है ?
O 7 R 11 - Question 111 of 150
111. Question
1 pointsCONSTITUTION
किस संशोधन के द्वारा जीएसटी को भारतीय संविधान में प्रस्थापित किया गया है ? - Question 112 of 150
112. Question
1 pointsCONSTITUTION
संविधान के अनुच्छेद 352 की कंडिका ( 3 ) , जिसके अनुसार राष्ट्रपति आपातकाल की उद्घोषणा तब तक नहीं कर सकता है , जब तक कि संघ की मंत्रिपरिषद का विनिश्चय उसको लिखित रूप में संसूचित नहीं किया गया हो , किस संविधान संशोधन द्वारा अन्तःस्थापित किया गया था ? - Question 113 of 150
113. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत के संविधान को अंगीकृत किया गया – - Question 114 of 150
114. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्न में से कौन – सा संवैधानिक अधिकार है , परन्तु मूलाधिकार नहीं है ?
Art 300 a - Question 115 of 150
115. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत का संविधान है – - Question 116 of 150
116. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्नलिखित में से कौन – सा कथन सही है ?
संसद सत्र की अयोग्यता के प्रश्न पर निर्णय लेते समय राष्ट्रपति किस रीति से कार्य करेगा ?
Art 103 - Question 117 of 150
117. Question
1 pointsCONSTITUTION
इन री बेरूबारी एण्ड एक्सचेंज ऑफ इन्कलेव्स के वाद में उच्चतम न्यायालय ने अभिनिर्धारित किया है कि- - Question 118 of 150
118. Question
1 pointsCONSTITUTION
” 6 से 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों के माता – पिता या संरक्षकों का यह कर्त्तव्य होगा कि वे बालकों को निःशुल्क शिक्षा का अवसर प्रदान करें । ” यह मौलिक कर्त्तव्य किस संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा सम्मिलित किया गया ?
Art 51a - Question 119 of 150
119. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत में राष्ट्रपति पद हेतु व्यक्ति की आयु कम से कम होनी चाहिए –
Art 58(1) - Question 120 of 150
120. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत का कोई भी नागरिक भारत के राष्ट्रपति के पद पर निर्वाचन हेतु तभी योग्य होता है , जबकि
Art 58(1) - Question 121 of 150
121. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्न में से किसकी सिफारिश पर संविधान सभा का गठन किया गया है ? - Question 122 of 150
122. Question
1 pointsCONSTITUTION
संसद की पुष्टि के बगैर वित्तीय आयात की घोषणा अधिकतम कितने समय तक प्रभावी रह सकती है ?
Art 360(2)(b) - Question 123 of 150
123. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत के राष्ट्रपति निर्वाचित होते हैं –
Art 54 - Question 124 of 150
124. Question
1 pointsCONSTITUTION
संविधान के अनुच्छेद 56 ( 1 ) ( B ) के अंतर्गत राष्ट्रपति को उनके पद से महाभियोग की प्रक्रिया से निम्न किस आधार पर हटाया जा सकता है ? - Question 125 of 150
125. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारतीय संविधान के तहत राष्ट्रपति किसे अपना त्याग – पत्र संबोधित करता है ?
Art 56(1) - Question 126 of 150
126. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत के संविधान का अनुच्छेद 361 भारत के राष्ट्रपति को यह विशेषाधिकार प्रत्याभूत करता है कि वह - Question 127 of 150
127. Question
1 pointsCONSTITUTION
कथन ( A ) : राष्ट्रपति विधि के तथ्यों के किसी प्रश्न पर उच्चतम न्यायालय से परामर्श करने का अधिकार रखता है ।
कारण ( R ) : संविधान यह अभिनिर्धारित करता है कि राष्ट्रपति उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई सलाह को मानने के लिए बाध्यकर है ।
Art 143 - Question 128 of 150
128. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत के संविधान में संशोधन अनुच्छेद…………..के तहत किया जा सकता है - Question 129 of 150
129. Question
1 pointsCONSTITUTION
उपराष्ट्रपति की पदावधि है –
Art 67 - Question 130 of 150
130. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत के संविधान का अनुच्छेद 243ZE किससे सम्बन्धित है ? - Question 131 of 150
131. Question
1 pointsCONSTITUTION
किस वाद में उच्चतम न्यायालय ने अभिनिर्धारित किया कि आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती है ? - Question 132 of 150
132. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में राज्यों के अधीन सेवाओं में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के पक्ष में पदोन्नति के मामले में आरक्षण के लिए उपबन्ध है ? - Question 133 of 150
133. Question
1 pointsCONSTITUTION
कैबिनेट मिशन योजना के अन्तर्गत संविधान निर्मात्री परिषद में प्रत्येक प्रान्त को आवंटित सदस्य संख्या निर्धारित करने के लिए एक प्रतिनिधि में कितनी जनसंख्या के अनुपात में था ? - Question 134 of 150
134. Question
1 pointsCONSTITUTION
कई वादों में यह कहा गया है कि जैसे देवदासन बनाम भारत संघ , कि अनुच्छेद 16 को निम्नलिखित अनुच्छेदों के संदर्भ में देखा – पढ़ा जाना चाहिए – - Question 135 of 150
135. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारत के संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल की घोषणा के दौरान निम्नलिखित में से कौन से अनुच्छेद को निलम्बित नहीं किया जा सकता है ?
Art 359(1) - Question 136 of 150
136. Question
1 pointsCONSTITUTION
कथन ( A ) : सी . वी . मुथम्मा बनाम भारत संघ में उच्चतम न्यायालय ने सेवा नियम के उस उपबन्ध को सुन शुन्य घोषित कर दिया , जिसमें यह अपेक्षा थी कि महिला कर्मचारी को विवाह करने से पूर्व सरकार की लिखित अनुमति प्राप्त करनी होगी ।
कारण ( R ) : ऐसा उपबन्ध स्त्रियों के साथ विभेदकारी है और अनुच्छेद 16 का उल्लंघन करता है , अतएव असंवैधानिक है ।
(सी . बी . मुथम्मा बनाम भारत संघ , ए . आई . आर . 1974) - Question 137 of 150
137. Question
1 pointsCONSTITUTION
उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित निम्नलिखित निर्णयों का चक्रानुक्रम सर्वप्रथम वाद से प्रारम्भ कर अद्यतन वाद तक इंगित कीजिए ।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कीजिए-
1 . अखिल भारतीय शोषित कर्मचारी संघ बनाम भारत संघ
2 . इन्द्रा साहनी बनाम भारत संघ
3 . एम . आर . बालाजी बनाम मैसूर राज्य
4 . ए . आई . आई . एम . एस . छात्र संघ बनाम ए . आई . आईएम . एस .कूट
- Question 138 of 150
138. Question
1 pointsCONSTITUTION
सर्वोच्च न्यायालय ने किस निर्णय में यह प्रतिपादित किया है कि राष्ट्रपति द्वारा आपात की घोषणा न्यायिक पुनरीक्षण ( Judicial Review ) के अंतर्गत आता है – – - Question 139 of 150
139. Question
1 pointsCONSTITUTION
सामाजिक अन्याय से सुरक्षा है- - Question 140 of 150
140. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारतीय संविधान का कौन – सा अनुच्छेद समान नागरिक संहिता से संबंधित है ? - Question 141 of 150
141. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्नलिखित में से कौन – सा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 12 के अन्तर्गत राज्य ‘ नहीं है ? - Question 142 of 150
142. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्नलिखित में से कौन संविधान के अनुच्छेद 12 की परिभाषा के अधीन ‘ राज्य ” है ? - Question 143 of 150
143. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्नांकित में से किसने कहा है कि भारतीय संविधान एक केन्द्रीकृत प्रवृत्ति वाला परिसंघात्मक संविधान हैं – - Question 144 of 150
144. Question
1 pointsCONSTITUTION
मूल अधिकारों से असंगत या उनकी अल्पीकरण करने वाली विधियों को किस अनुच्छेद के अन्तर्गत शून्य घोषित किया जाता है ? - Question 145 of 150
145. Question
1 pointsCONSTITUTION
इनमें से किस वाद में सर्वोच्च न्यायालय ने अवधारित किया है कि अनुच्छेद 368 के अधीन संविधान संशोधन अनुच्छेद 13 के अधीन विधि माना जाएगा ? - Question 146 of 150
146. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारतीय सविधान के किस अनुच्छेद में ” डाक्ट्रिन ऑफ इक्लिप्स ” से संबंधित है – - Question 147 of 150
147. Question
1 pointsCONSTITUTION
संविधान द्वारा प्रदत्त मूल अधिकारों में संशोधन संबंधी वाद की शक्ति के संबंध में भविष्यलक्षी प्रभाव के सिद्धान्त को निम्न वाद में लागू किया गया - Question 148 of 150
148. Question
1 pointsCONSTITUTION
निम्न में से किस स्थिति में संविधान संशोधन के लिए कम से कम आधे राज्यों के विधान मण्डलों द्वारा पारित इस आशय से संकल्प और विधानमण्डलों के अनुसमर्थन भी अपेक्षित होगा , जबकि ऐसा संशोधन –
( 1 ) अनुच्छेद 54 . 55 , 73 , 162 या अनुच्छेद 241 में है
( 2 ) सातवीं अनुसूची की किसी सूची में है
( 3 ) संसद में राज्यों के प्रतिनिधित्व से संबंधित है
( 4 ) जबकि ऐसा संशोधन अध्याय – 1 के भाग 12 के प्रावधान के संबंध में है –
Art 368 (2) - Question 149 of 150
149. Question
1 pointsCONSTITUTION
सर्वोच्च न्यायालय ने किस मामले में ” प्रास्पेक्टिव ओवररूलिंग ‘ का सिद्धान्त प्रतिपादित किया है ? - Question 150 of 150
150. Question
1 pointsCONSTITUTION
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 क के अन्तर्गत उल्लेखित मूल कर्त्तव्य में शामिल नहीं है –
Leaderboard: Judiciary Exam Score Booster 134 150 Questions 90 Minute Challenge
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
मुख्य परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रश्न
अब प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के साथ साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी कीजिए
Essay Writing
English – Abolition Of Death Sentence Or Capital Punishment
Hindi – हाथी भारत की सांस्कृतिक धरोहर और विरासत
निर्देश – Legal Buzz एप्लीकेशन एक अभ्यास पोर्टल है न की Content Provider, जो आपको मुख्य परीक्षा की तैयारी की दृष्टि से छोटे-छोटे नियमित Task प्रदान करता है, हम किसी भी प्रश्न का उत्तर पहले आपको नहीं बताएंगे, आपको जो आता है उसका उत्तर लिखने की कोशिश करें, एवं सबमिट करें हमारे विशेषज्ञ आपके उत्तर की जांच करेंगे और यदि वह उत्तर से संतुष्ट नहीं होते हैं तो सही उत्तर आपको भेजेंगे |
कृपया किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए पहले अनुरोध ना करें केवल प्रयास कर उत्तर लिखकर सबमिट करने वाले विद्यार्थियों को ही मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है |
यदि आपको इन प्रश्नों के उत्तर नहीं आते हैं तो कृपया पाठ्य पुस्तकों या इंटरनेट की सहायता लें एवं उन्हें पढ़े तत्पश्चात लिखने का प्रयास करें बार-बार अभ्यास करना सफलता की कुंजी है |
इन प्रश्नों के उत्तर लिखने के पश्चात आप हमें अपने उत्तर का फोटो खींचकर नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें
legalbuzznow@gmail.com
हमारे विशेषज्ञ आपके दिए गए उत्तरो की जांच करेंगे एवं आपको अंक एवं मार्गदर्शन प्रदान करेंगे
OUR LAW EXPERT
- Gopal Sharma Associate Professor NLU JODHPUR
- Ms. Vinita Hada Assistant Professor (Law Department) University Of Kota
- Prof. Balraj Chauhan Dharmashastra National Law University (DNLU) at Jabalpur