➡️CLICK HERE [हिंदी में] जुडिशरी एग्जाम स्कोर बूस्टर 99 लीगल बज्ज ऑनलाइन मॉक टेस्ट • दंड प्रक्रिया संहिता 1973 ( CRPC 1973 ) WITH MAINS EXAM PRACTICE QUESTIONS •

Judiciary Exam Score Booster 99 CRPC 1973
Quiz-summary
0 of 20 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
Information
TOTAL TEST DURATION-10 MINUTE
TOTAL MARKS-20
CHACK YOUR RANK AFTER COMPLETE MOCK TEST
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 20 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Average score |
|
Your score |
|
Categories
- Not categorized 0%
-
NEVER GIVE UP
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
- Answered
- Review
-
Question 1 of 20
1. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता की किन धाराओं में वारण्ट मामलों के विचारण की प्रक्रिया दी हुई है ? -
Question 2 of 20
2. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 के अधीन एक वारण्ट मामले में जो पुलिस रिपोर्ट पर संस्थित किया गया है , विचारण प्रारम्भ होता है –
sec 240 -
Question 3 of 20
3. Question
1 pointsCRPC 1973
क्या सत्य नहीं है ?
” श्रवण ( सुनवाई ) दिनांक को यदि परिवादी अनुपस्थित है तो मजिस्ट्रेट अभियुक्त को उन्मुक्त कर सकता है ” यदि अपराध –
sec 249 -
Question 4 of 20
4. Question
1 pointsCRPC 1973
निम्न में से दण्ड प्रक्रिया संहिता की किस धारा के अन्तर्गत सत्र न्यायालय को मामला सुपुर्द हुए बिना संज्ञान लेने की आरम्भिक क्षेत्राधिकारिता है ? -
Question 5 of 20
5. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की धारा 482 के अन्तर्गत अन्तर्निहित या अन्तर्वर्ती ( Inherent ) शक्तियाँ निम्न में से किस न्यायालय द्वारा प्रयोग की जा सकती है ? -
Question 6 of 20
6. Question
1 pointsCRPC 1973
द . प्र . सं . की धारा 200 के तहत समन्स के पूर्व के साक्ष्य रिकार्ड करने से अभिमुक्ति हो सकती है , यदि – -
Question 7 of 20
7. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की निम्न धाराओं में से किस धारा के अधीन किसी जमाव को तितर – बितर करने के लिए सशस्त्र बल का प्रयोग किया जा सकता है , ताकि लोक सुरक्षा बनाए रखी जाए ? -
Question 8 of 20
8. Question
1 pointsCRPC 1973
समंन मामला एवं वारण्ट मामला के वर्गीकरण हेतु मार्गदर्शक तत्व होता है
Chapter 19,20 -
Question 9 of 20
9. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 की धारा 206 ( 2 ) के अन्तर्गत तुच्छ ( छोटे ) अपराध का क्या अर्थ है ? -
Question 10 of 20
10. Question
1 pointsCRPC 1973
अनन्यतः सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय मामले में एक व्यक्ति जिसे पुलिस द्वारा अभियोग पत्र में चार्जशीट नहीं किया गया है , के विरुद्ध संज्ञान लिया जा सकता है –
sec 203 -
Question 11 of 20
11. Question
1 pointsCRPC 1973
जहाँ समन मामले में न्यायालय ने अभियुक्त की वैयक्तिक हाजिरी से अभिमुक्ति दी है , वहाँ न्यायालय –
sec 253 -
Question 12 of 20
12. Question
1 pointsCRPC 1973
दण्ड प्रक्रिया संहिता , 1973 के अन्तर्गत मजिस्ट्रेट द्वारा ऐसे मामले को भी जो अनन्यतः सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय नहीं है । सत्र न्यायालय को विचारण हेतु उपार्पित किया जा सकता है । यदि मजिस्ट्रेट को प्रतीत होता है कि मामला ऐसा है –
sec 209 -
Question 13 of 20
13. Question
1 pointsCRPC 1973
किस विचारण में अभियुक्त को दण्ड के प्रश्न पर सुना जाना आवश्यक नहीं है ?
sec 256 -
Question 14 of 20
14. Question
1 pointsCRPC 1973
क्या धारा 258 दण्ड प्रक्रिया संहिता के अधीन उन्मोचित किए गए व्यक्ति का उसी अपराध के लिए पुनः विचारण किया जा सकता है ? -
Question 15 of 20
15. Question
1 pointsCRPC 1973
मजिस्ट्रेट कब अपने विवेकानुसार अभियुक्त को रिहाई दे सकता है ?
sec 249 -
Question 16 of 20
16. Question
1 pointsCRPC 1973
एक समन मामले में जब अभियुक्त मजिस्ट्रेट के समक्ष उपस्थित होता है अथवा लाया जाता है , तब यह आवश्यक नहीं होगा कि –
sec 251 -
Question 17 of 20
17. Question
1 pointsCRPC 1973
भा . द . सं . के प्रावधानों के अन्तर्गत दण्डनीय अपराधों के लिए सेशन न्यायाधीश द्वारा संज्ञान लिया जा सकता –
sec 209 -
Question 18 of 20
18. Question
1 pointsCRPC 1973
उन्हीं तथ्यों पर आधारित द्वितीय परिवाद ग्रहण किया जा सकता है , जबकि पूर्व आदेश पारित हुआ हो-
(बिंदेश्वर सिंह बनाम काली सिंह 1976) -
Question 19 of 20
19. Question
1 pointsCRPC 1973
साधारण चोट पहुँचाने के एक मुकदमे में सेशन्स जज ने एक अभियुक्त को केवल एक मास के साधारण कारावास से दण्डित किया है । जज –
Sec 193,462 -
Question 20 of 20
20. Question
1 pointsCRPC 1973
धारा 195 दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत ‘न्यायालय ‘ शब्द में सम्मिलित है –
Leaderboard: Judiciary Exam Score Booster 99 CRPC 1973
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
मुख्य परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रश्न दंड प्रक्रिया संहिता 1973
अब प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के साथ साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी भी कीजिए
उत्तर सीमा 50 शब्द तक
Question 1 निगमित निकायों और सोसाइटियों पर समन की तामील कैसे करायी जानी चाहिये ? sec 63
Question 2 न्यूसेन्स हटाने का आदेश कौन से मजिस्ट्रेट को पारित करना चाहिये । sec 133
Question 3 धारा 433 दण्ड प्रक्रिया संहिता में दण्डादेश का लघुकरण कौन कर सकता है ?
Question 4 मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के बारे में आप क्या जानते है तथा उसको क्या शक्तिया प्राप्त है ? sec 12,15,27,29
उत्तर सीमा 100 शब्द से अधिक
Question 5 संस्वीकृति किसे कहा जाता है ? न्यायालय संस्वीकृति किस तरह से अभिलिखित करता है ? Sec 164
आपको इन प्रश्नों को ध्यान पूर्वक पढ़ना है और अपनी कॉपी में इनके उत्तर लिखने का प्रयास करना है इन प्रश्नों के उत्तर लिखने के पश्चात आप हमें अपने उत्तर का फोटो खींचकर नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें
piyushv05@gmail.com
हमारे विशेषज्ञ आपके दिए गए उत्तरो की जांच करेंगे एवं आपको अंक एवं मार्गदर्शन प्रदान करेंगे